NPN ट्रांजिस्टर, जो कि एक प्रकार का द्विध्रुवी संधि ट्रांजिस्टर (BJT) है, इलेक्ट्रॉनिक्स में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले घटकों में से एक है। इसके मुख्य उपयोग PNP ट्रांजिस्टर के समान ही हैं, लेकिन इसमें करंट का प्रवाह इलेक्ट्रॉनों के माध्यम से होता है (एमीटर से कलेक्टर की ओर)।

 NPN ट्रांजिस्टर, जो कि एक प्रकार का द्विध्रुवी संधि ट्रांजिस्टर (BJT) है, इलेक्ट्रॉनिक्स में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले घटकों में से एक है। इसके मुख्य उपयोग PNP ट्रांजिस्टर के समान ही हैं, लेकिन इसमें करंट का प्रवाह इलेक्ट्रॉनों के माध्यम से होता है (एमीटर से कलेक्टर की ओर)।

एनपीएन ट्रांजिस्टर के मुख्य उपयोग इस प्रकार हैं:

 * एम्पलीफायर (प्रवर्धक) के रूप में:

   * ऑडियो एम्पलीफायर: यह माइक्रोफ़ोन या अन्य ऑडियो स्रोतों से आने वाले कमजोर ऑडियो संकेतों को प्रवर्धित करके लाउडस्पीकर तक पहुंचाता है।

   * रेडियो फ़्रीक्वेंसी एम्पलीफायर: रेडियो रिसीवर और ट्रांसमीटर में कमजोर रेडियो संकेतों को बढ़ाने के लिए।

   * सेंसर एम्पलीफायर: विभिन्न सेंसर (जैसे तापमान, प्रकाश, दबाव) से उत्पन्न होने वाले छोटे विद्युत संकेतों को बढ़ाने के लिए ताकि वे अन्य सर्किट द्वारा उपयोग किए जा सकें।

   * प्री-एम्पलीफायर: मुख्य एम्पलीफायर में जाने से पहले संकेतों को प्रारंभिक प्रवर्धन प्रदान करने के लिए।

 * स्विच के रूप में:

   * डिजिटल लॉजिक गेट्स: कंप्यूटर और अन्य डिजिटल उपकरणों में लॉजिक गेट्स (जैसे AND, OR, NOT) के निर्माण खंड के रूप में।

   * रिले ड्राइवर्स: कम वोल्टेज वाले कंट्रोल सिग्नल का उपयोग करके उच्च वोल्टेज वाले रिले को चालू या बंद करने के लिए।

   * मोटर कंट्रोल: छोटे सिग्नल के साथ DC मोटरों को चालू/बंद करने या उनकी गति को नियंत्रित करने के लिए।

   * LED ड्राइवर्स: LED को चालू/बंद करने या उनकी चमक को नियंत्रित करने के लिए।

   * स्विच्ड-मोड पावर सप्लाई (SMPS): उच्च दक्षता वाली बिजली आपूर्ति में स्विचिंग तत्व के रूप में।

 * ऑसिलेटर्स (दोलक):

   * यह सर्किट में आवधिक (periodic) तरंगें (जैसे साइन वेव, स्क्वायर वेव) उत्पन्न करने के लिए उपयोग किया जाता है।

   * उदाहरण: सिग्नल जेनरेटर, क्लॉक जेनरेटर।

 * वोल्टेज रेगुलेटर:

   * आउटपुट वोल्टेज को स्थिर रखने के लिए, भले ही इनपुट वोल्टेज या लोड बदल जाए।

 * मॉड्यूलेटर और डीमोड्यूलेटर:

   * संचार प्रणालियों में संकेतों को मॉड्यूलेट (वाहक तरंग पर जानकारी डालना) और डीमोड्यूलेट (वाहक तरंग से जानकारी निकालना) करने के लिए।

 * अन्य विशिष्ट अनुप्रयोग:

   * करंट सिंक (Current Sink): ऐसे अनुप्रयोगों में जहाँ करंट को जमीन की ओर खींचने की आवश्यकता होती है।

   * डार्लिंगटन पेयर (Darlington Pair): दो NPN ट्रांजिस्टर को इस तरह से जोड़ा जाता है कि वे बहुत उच्च करंट गेन प्रदान करते हैं, जिसका उपयोग संवेदनशीलता बढ़ाने या उच्च करंट वाले अनुप्रयोगों में किया जाता है।

NPN ट्रांजिस्टर का व्यापक रूप से उपयोग इसलिए किया जाता है क्योंकि इलेक्ट्रॉनों की गतिशीलता (mobility) होल्स की तुलना में अधिक होती है, जिससे यह PNP ट्रांजिस्टर की तुलना में तेज़ स्विचिंग गति और बेहतर प्रदर्शन प्रदान करता है।


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