विद्युत मोटर मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं:
विद्युत मोटर मुख्य रूप से दो प्रकार की होती हैं:
* DC (दिष्ट धारा) मोटर: ये मोटरें सीधी धारा (Direct Current) पर चलती हैं, जिसमें इलेक्ट्रॉनों का प्रवाह हमेशा एक ही दिशा में होता है।
* DC मोटर के उपप्रकार:
* सीरीज मोटर (Series Motor)
* शंट मोटर (Shunt Motor)
* कम्पाउन्ड मोटर (Compound Motor)
* स्थायी चुंबक मोटर (Permanent Magnet Motor)
* ब्रशलेस डीसी मोटर (Brushless DC Motor - BLDC)
* AC (प्रत्यावर्ती धारा) मोटर: ये मोटरें प्रत्यावर्ती धारा (Alternating Current) पर चलती हैं, जिसमें धारा की दिशा समय-समय पर बदलती रहती है।
* AC मोटर के उपप्रकार:
* प्रेरण मोटर (Induction Motor) / असिंक्रोनस मोटर (Asynchronous Motor): यह सबसे अधिक उपयोग होने वाली मोटर है।
* सिंगल फेज प्रेरण मोटर (Single Phase Induction Motor)
* थ्री फेज प्रेरण मोटर (Three Phase Induction Motor)
* स्क्विरल केज इंडक्शन मोटर (Squirrel Cage Induction Motor)
* स्लिप रिंग इंडक्शन मोटर (Slip Ring Induction Motor)
* सिंक्रोनस मोटर (Synchronous Motor): ये मोटरें स्थिर गति पर चलती हैं।
इसके अलावा, कुछ विशेष प्रकार की मोटरें (Special Motors) भी होती हैं जो विभिन्न विशिष्ट अनुप्रयोगों के लिए डिज़ाइन की जाती हैं:
* यूनिवर्सल मोटर (Universal Motor): यह एसी और डीसी दोनों पर चल सकती है।
* स्टेपर मोटर (Stepper Motor): ये मोटरें छोटे-छोटे चरणों में चलती हैं और सटीक स्थिति नियंत्रण के लिए उपयोग होती हैं।
* सर्वो मोटर (Servo Motor): ये फीडबैक सिस्टम के साथ नियंत्रित होती हैं और सटीक स्थिति और गति नियंत्रण के लिए उपयुक्त होती हैं।
* लीनियर मोटर (Linear Motor): ये घूर्णन गति के बजाय रैखिक गति उत्पन्न करती हैं।
* रिलक्टेंस मोटर (Reluctance Motor)
* हिस्टेरेसिस मोटर (Hysteresis Motor)
मोटरों का वर्गीकरण उनके पावर स्रोत, निर्माण, अनुप्रयोग और गति आउटपुट के आधार पर भी किया जा सकता है, जैसे कि ब्रश या ब्रशलेस, सिंगल-फेज, टू-फेज या थ्री-फेज, एक्सियल या रेडियल फ्लक्स, एयर-कूल्ड या लिक्विड-कूल्ड।
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