पीएलसी (Programmable Logic Controller) प्रोग्रामिंग में "और मिलता है" (AND) और "नहीं मिलता है" (NOT) का उपयोग लॉजिक गेट्स बनाने और नियंत्रण के लिए शर्तें (conditions) निर्धारित करने के लिए किया जाता है। ये डिजिटल लॉजिक के मूल बिल्डिंग ब्लॉक हैं और PLC को यह तय करने में मदद करते हैं कि आउटपुट कब चालू या बंद होना चाहिए।

 पीएलसी (Programmable Logic Controller) प्रोग्रामिंग में "और मिलता है" (AND) और "नहीं मिलता है" (NOT) का उपयोग लॉजिक गेट्स बनाने और नियंत्रण के लिए शर्तें (conditions) निर्धारित करने के लिए किया जाता है। ये डिजिटल लॉजिक के मूल बिल्डिंग ब्लॉक हैं और PLC को यह तय करने में मदद करते हैं कि आउटपुट कब चालू या बंद होना चाहिए।

"और मिलता है" (AND) लॉजिक

"और मिलता है" (AND) लॉजिक का मतलब है कि एक आउटपुट तभी चालू होगा जब सभी संबंधित इनपुट 'सत्य' (TRUE) हों। यदि एक भी इनपुट 'असत्य' (FALSE) है, तो आउटपुट भी 'असत्य' (FALSE) होगा।

 * उदाहरण: कल्पना करें कि एक मशीन तब तक नहीं चल सकती जब तक कि सुरक्षा गार्ड अपनी जगह पर न हो और मशीन का पावर स्विच चालू न हो। इस स्थिति में, दोनों शर्तें (सुरक्षा गार्ड और पावर स्विच) पूरी होनी चाहिए तभी मशीन चलेगी।

 * PLC में प्रतिनिधित्व: लैडर लॉजिक में, AND लॉजिक को आमतौर पर सीरीज (series) में जुड़े हुए नॉर्मली ओपन (Normally Open - NO) कॉन्टैक्ट्स (contacts) द्वारा दर्शाया जाता है।

   --[Input 1]-----[Input 2]-----(Output)--


   यहां, यदि Input 1 और Input 2 दोनों चालू हैं (यानी, दोनों के माध्यम से लॉजिकल निरंतरता है), तो Output चालू होगा।

"नहीं मिलता है" (NOT) लॉजिक

"नहीं मिलता है" (NOT) लॉजिक, जिसे इनवर्टर (inverter) भी कहते हैं, इनपुट की स्थिति को उल्टा कर देता है। यदि इनपुट 'सत्य' (TRUE) है, तो आउटपुट 'असत्य' (FALSE) होगा, और यदि इनपुट 'असत्य' (FALSE) है, तो आउटपुट 'सत्य' (TRUE) होगा।

 * उदाहरण: एक अलार्म तब बजना चाहिए जब एक दरवाजा खुला न हो (यानी, दरवाजा बंद हो) या जब एक सेंसर कोई वस्तु डिटेक्ट न करे।

 * PLC में प्रतिनिधित्व: लैडर लॉजिक में, NOT लॉजिक को आमतौर पर एक नॉर्मली क्लोज्ड (Normally Closed - NC) कॉन्टैक्ट द्वारा दर्शाया जाता है।

   --[/Input 1]-----(Output)--


   यहां, यदि Input 1 बंद है (यानी, उस पर कोई सिग्नल नहीं है), तो Output चालू होगा। यदि Input 1 चालू है (उस पर सिग्नल है), तो कॉन्टैक्ट खुल जाएगा और Output बंद हो जाएगा।

उपयोग के मामले (Use Cases) 

"AND" और "NOT" लॉजिक गेट्स PLC प्रोग्रामिंग में विभिन्न अनुप्रयोगों में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं:

 * सुरक्षा इंटरलॉक (Safety Interlocks): मशीन को तभी चलने देना जब सभी सुरक्षा शर्तें पूरी हों। उदाहरण के लिए, एक मशीन तभी स्टार्ट होगी जब सेफ्टी गार्ड बंद हो (AND) और इमरजेंसी स्टॉप बटन दबाया न गया हो (NOT)।

 * अनुक्रमिक नियंत्रण (Sequential Control): उन स्थितियों को परिभाषित करना जहां एक प्रक्रिया में अगले चरण पर जाने से पहले कई शर्तों को पूरा किया जाना चाहिए।

 * अलार्म सिस्टम (Alarm Systems): जब कोई असामान्य स्थिति आती है तो अलार्म को ट्रिगर करना। जैसे, यदि टैंक का स्तर बहुत अधिक हो गया है (AND) और पंप चालू नहीं है (NOT), तो अलार्म बजाओ।

 * शुरू/बंद लॉजिक (Start/Stop Logic): जटिल स्टार्ट/स्टॉप अनुक्रम बनाना जहां कई इनपुट के आधार पर उपकरण चालू या बंद होते हैं।

 * लॉजिक गेट्स का संयोजन (Combination of Logic Gates): AND और NOT को अन्य लॉजिक गेट्स जैसे OR के साथ मिलाकर अधिक जटिल लॉजिक फ़ंक्शन (जैसे NAND, NOR, XOR) बनाए जा सकते हैं, जो औद्योगिक प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक हैं।

संक्षेप में, PLC प्रोग्रामिंग में "और मिलता है" और "नहीं मिलता है" का उपयोग करके, आप मशीनरी और प्रक्रियाओं के संचालन को नियंत्रित करने के लिए तार्किक शर्तें स्थापित करते हैं।


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घरेलू उपयोग के लिए पीएलसी (Programmable Logic Controller) का इस्तेमाल करना संभव है, हालांकि यह औद्योगिक उपयोग जितना आम नहीं है। आमतौर पर, घर के स्वचालन के लिए माइक्रोकंट्रोलर-आधारित सिस्टम या रेडीमेड स्मार्ट होम सोल्यूशंस (जैसे गूगल होम, अमेज़न एलेक्सा, स्मार्टथिंग्स) अधिक प्रचलित हैं।

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