पीएलसी (PLC) प्रोग्रामिंग प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (Programmable Logic Controller)

 पीएलसी (PLC) प्रोग्रामिंग प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (Programmable Logic Controller) नामक एक विशेष प्रकार के औद्योगिक कंप्यूटर को नियंत्रित करने की प्रक्रिया है। इन कंप्यूटरों का उपयोग कारखानों, उत्पादन लाइनों और अन्य औद्योगिक प्रक्रियाओं में मशीनों को स्वचालित करने के लिए किया जाता है। पीएलसी प्रोग्रामिंग एक मशीन या प्रक्रिया को नियंत्रित करने के लिए तर्क (लॉजिक) और निर्देशों का एक सेट बनाने के लिए विभिन्न प्रोग्रामिंग भाषाओं का उपयोग करती है।

पीएलसी क्या है? 

पीएलसी एक डिजिटल कंप्यूटर है जिसे विशेष रूप से औद्योगिक वातावरण में कठोर परिस्थितियों (जैसे धूल, नमी, कंपन और अत्यधिक तापमान) का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। यह पारंपरिक रिले-आधारित नियंत्रण प्रणालियों का एक आधुनिक और अधिक लचीला विकल्प है।

एक पीएलसी के मुख्य भाग होते हैं:

 * इनपुट मॉड्यूल (Input Module): यह बाहरी सेंसर, स्विच और अन्य उपकरणों से सिग्नल प्राप्त करता है।

 * सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU): यह पीएलसी का "दिमाग" होता है, जो प्रोग्राम को निष्पादित करता है और नियंत्रण तर्क को संभालता है।

 * आउटपुट मॉड्यूल (Output Module): यह एक्चुएटर्स, मोटर्स, लाइट और अन्य उपकरणों को सिग्नल भेजता है ताकि वे प्रोग्राम किए गए निर्देशों के अनुसार कार्य कर सकें।

 * पावर सप्लाई (Power Supply): यह पीएलसी के सभी घटकों को बिजली प्रदान करता है।

पीएलसी प्रोग्रामिंग के मूल सिद्धांत 

पीएलसी प्रोग्रामिंग में मुख्य रूप से इनपुट (जैसे सेंसर से डेटा) को आउटपुट (जैसे मोटर को चालू करना) से जोड़ना शामिल है, जो एक विशिष्ट तर्क या अनुक्रम पर आधारित होता है। इसके कुछ मूल सिद्धांत इस प्रकार हैं:

 * तार्किक संचालन (Logical Operations): पीएलसी प्रोग्रामिंग बूलियन लॉजिक (AND, OR, NOT) पर आधारित होती है, जहां इनपुट और आउटपुट की स्थिति को सत्य (True) या असत्य (False), या 1 और 0 के रूप में दर्शाया जाता है।

 * लेडर लॉजिक (Ladder Logic): यह सबसे लोकप्रिय और व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली पीएलसी प्रोग्रामिंग भाषा है। यह विद्युत रिले सर्किट डायग्राम की तरह दिखती है, जिसमें 'रंग' नामक क्षैतिज रेखाएं होती हैं जो इनपुट से आउटपुट तक तार्किक प्रवाह को दर्शाती हैं।

 * टाइमर्स और काउंटर्स (Timers and Counters): ये पीएलसी प्रोग्रामिंग के महत्वपूर्ण तत्व हैं। टाइमर्स का उपयोग किसी विशिष्ट अवधि के लिए किसी कार्य को विलंबित करने या नियंत्रित करने के लिए किया जाता है, जबकि काउंटर्स का उपयोग किसी घटना की संख्या को गिनने के लिए किया जाता है।

 * अनुक्रम नियंत्रण (Sequential Control): अधिकांश औद्योगिक प्रक्रियाएं एक विशिष्ट अनुक्रम में होती हैं। पीएलसी प्रोग्रामिंग एक प्रक्रिया के चरणों को परिभाषित करने और यह सुनिश्चित करने की अनुमति देती है कि वे सही क्रम में निष्पादित हों।

पीएलसी प्रोग्रामिंग भाषाएं 💬

पीएलसी प्रोग्रामिंग के लिए विभिन्न भाषाएँ उपलब्ध हैं, जिन्हें IEC 61131-3 मानक द्वारा परिभाषित किया गया है। कुछ सबसे लोकप्रिय भाषाएं हैं:

 * लेडर डायग्राम (LD) / लेडर लॉजिक (Ladder Logic): यह सबसे पारंपरिक और व्यापक रूप से इस्तेमाल की जाने वाली भाषा है, खासकर शुरुआती लोगों के लिए। यह रिले लॉजिक से समानता के कारण सीखने में आसान है।

 * फंक्शन ब्लॉक डायग्राम (FBD): यह ग्राफिकल भाषा है जो फ़ंक्शन ब्लॉक्स का उपयोग करती है जो विशिष्ट कार्यों (जैसे टाइमर, काउंटर, गणितीय संचालन) का प्रतिनिधित्व करते हैं।

 * स्ट्रक्चर्ड टेक्स्ट (ST): यह एक उच्च-स्तरीय, टेक्स्ट-आधारित भाषा है जो पास्कल या सी जैसी पारंपरिक प्रोग्रामिंग भाषाओं के समान है। यह जटिल एल्गोरिदम और डेटा हेरफेर के लिए उपयुक्त है।

 * इंस्ट्रक्शन लिस्ट (IL): यह एक निम्न-स्तरीय, असेंबली-जैसी भाषा है, जो सीधे पीएलसी के निर्देशों का उपयोग करती है। यह अधिक अनुभवी प्रोग्रामर के लिए है।

 * सीक्वेंशियल फंक्शन चार्ट (SFC): यह प्रक्रियाओं के अनुक्रमिक नियंत्रण को परिभाषित करने के लिए उपयोग की जाने वाली एक ग्राफिकल भाषा है।

पीएलसी प्रोग्रामिंग कैसे सीखें? 

पीएलसी प्रोग्रामिंग सीखना एक व्यावहारिक कौशल है जिसमें सैद्धांतिक ज्ञान और अभ्यास दोनों शामिल हैं:

 * मूल बातें समझें: सबसे पहले, पीएलसी के मूल सिद्धांतों, इसके घटकों और यह कैसे काम करता है, इसकी स्पष्ट समझ प्राप्त करें।

 * लेडर लॉजिक पर ध्यान दें: लेडर लॉजिक सबसे व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली भाषा है, इसलिए इसे अच्छी तरह से सीखें।

 * सिम्युलेटर का उपयोग करें: कई पीएलसी निर्माता मुफ्त सॉफ्टवेयर सिम्युलेटर प्रदान करते हैं जहां आप वास्तविक हार्डवेयर के बिना अपने प्रोग्राम का अभ्यास और परीक्षण कर सकते हैं।

 * ऑनलाइन पाठ्यक्रम और ट्यूटोरियल: Udemy, Class Central जैसे प्लेटफार्मों पर हिंदी में कई मुफ्त और सशुल्क पाठ्यक्रम उपलब्ध हैं जो आपको पीएलसी प्रोग्रामिंग सीखने में मदद कर सकते हैं। YouTube पर भी कई चैनल हैं जो व्यावहारिक ट्यूटोरियल प्रदान करते हैं।

 * व्यावहारिक अनुभव: यदि संभव हो, तो पीएलसी हार्डवेयर के साथ काम करने का अवसर प्राप्त करें। यह आपको वास्तविक दुनिया की चुनौतियों को समझने में मदद करेगा।

 * प्रैक्टिकल प्रोजेक्ट्स: छोटे प्रोजेक्ट्स पर काम करना शुरू करें, जैसे कि एक मोटर को चालू/बंद करना, ट्रैफिक लाइट सिस्टम बनाना, या कन्वेयर बेल्ट को नियंत्रित करना।

पीएलसी प्रोग्रामिंग के अनुप्रयोग 

पीएलसी प्रोग्रामिंग के अनुप्रयोग बहुत विस्तृत हैं और विभिन्न उद्योगों में स्वचालन के लिए महत्वपूर्ण हैं:

 * औद्योगिक स्वचालन (Industrial Automation): यह कारखानों में मशीनों, रोबोटों, कन्वेयर सिस्टम और असेंबली लाइनों को नियंत्रित करने के लिए व्यापक रूप से उपयोग किया जाता है।

 * विनिर्माण (Manufacturing): उत्पादों के निर्माण की प्रक्रियाओं को स्वचालित करने के लिए, जैसे पैकेजिंग, बॉटलिंग और गुणवत्ता नियंत्रण।

 * ऊर्जा और उपयोगिताएँ (Energy and Utilities): बिजली संयंत्रों, जल उपचार संयंत्रों और गैस पाइपलाइनों के नियंत्रण में।

 * भवन स्वचालन (Building Automation): हीटिंग, वेंटिलेशन और एयर कंडीशनिंग (HVAC) सिस्टम, प्रकाश व्यवस्था और सुरक्षा प्रणालियों को नियंत्रित करने के लिए।

 * परिवहन (Transportation): रेलवे सिग्नलिंग सिस्टम, एयरपोर्ट बैगेज हैंडलिंग और ट्रैफिक लाइट नियंत्रण में।

 * मनोरंजन उद्योग (Entertainment Industry): मनोरंजन पार्कों में सवारी को नियंत्रित करने और प्रकाश व्यवस्था को स्वचालित करने में।


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घरेलू उपयोग के लिए पीएलसी (Programmable Logic Controller) का इस्तेमाल करना संभव है, हालांकि यह औद्योगिक उपयोग जितना आम नहीं है। आमतौर पर, घर के स्वचालन के लिए माइक्रोकंट्रोलर-आधारित सिस्टम या रेडीमेड स्मार्ट होम सोल्यूशंस (जैसे गूगल होम, अमेज़न एलेक्सा, स्मार्टथिंग्स) अधिक प्रचलित हैं।

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