मोटर सुरक्षा का अर्थ है विद्युत मोटर को विभिन्न प्रकार के नुकसानों से बचाना, जो आंतरिक खराबी या बाहरी असामान्य परिस्थितियों के कारण हो सकते हैं। मोटर को सुरक्षित रखने से उसकी कार्यक्षमता बनी रहती है, उसका जीवनकाल बढ़ता है, और आग या अन्य दुर्घटनाओं का खतरा कम होता है।
मोटर सुरक्षा का अर्थ है विद्युत मोटर को विभिन्न प्रकार के नुकसानों से बचाना, जो आंतरिक खराबी या बाहरी असामान्य परिस्थितियों के कारण हो सकते हैं। मोटर को सुरक्षित रखने से उसकी कार्यक्षमता बनी रहती है, उसका जीवनकाल बढ़ता है, और आग या अन्य दुर्घटनाओं का खतरा कम होता है।
https://dkrajwar.blogspot.com/2025/06/blog-post_28.htmlमोटर को सुरक्षित रखने के लिए कई उपकरणों और विधियों का उपयोग किया जाता है:
1. मोटर प्रोटेक्शन डिवाइस (MPD) या मोटर प्रोटेक्शन रिले (MPR):
यह एक महत्वपूर्ण उपकरण है जो मोटर के वोल्टेज, करंट और फ्रीक्वेंसी को मापता है। यह मोटर को कई तरह की समस्याओं से बचाता है, जैसे:
* ओवरलोड (Overload):
जब मोटर पर उसकी क्षमता से अधिक भार पड़ता है, तो वह अधिक करंट खींचता है, जिससे वह गर्म हो सकता है और जल सकता है। MPD ओवरलोड होने पर मोटर को बंद कर देता है।
* शॉर्ट सर्किट (Short Circuit):
जब सर्किट में अचानक अत्यधिक करंट बहता है, तो MPD मोटर को तुरंत बंद कर देता है, जिससे बड़ा नुकसान होने से बचता है।
* फेज फेल्योर (Phase Failure):
थ्री-फेज मोटर में यदि एक फेज (तार) में बिजली नहीं आती है, तो मोटर पर असमान लोड पड़ता है और वह खराब हो सकता है। MPD इस स्थिति का पता लगाकर मोटर को बंद कर देता है।
* अंडरवोल्टेज (Undervoltage) या ओवरवोल्टेज (Overvoltage):
वोल्टेज में अत्यधिक उतार-चढ़ाव मोटर को नुकसान पहुंचा सकता है। MPD वोल्टेज की अस्थिरता से मोटर को बचाता है।
* लॉक रोटर (Locked Rotor):
जब मोटर का रोटर किसी कारण से घूम नहीं पाता है लेकिन बिजली चालू रहती है, तो यह अत्यधिक करंट खींचता है। MPD इस स्थिति में मोटर को बंद कर देता है।
* असंतुलित करंट (Current Imbalance):
थ्री-फेज मोटर में यदि तीनों फेजों में करंट का वितरण असंतुलित हो जाता है, तो यह मोटर के लिए हानिकारक होता है। MPD इस स्थिति से भी बचाता है।
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2. मोटर प्रोटेक्शन सर्किट ब्रेकर (MPCB):
यह एक उपकरण है जो ओवरलोड और शॉर्ट सर्किट प्रोटेक्शन प्रदान करता है, साथ ही लोड को मैन्युअल रूप से स्विच करने की अनुमति देता है। यह कॉम्पैक्ट होता है और कई सहायक उपकरणों के साथ जुड़ने की सुविधा प्रदान करता है।
3. थर्मल ओवरलोड रिले (Thermal Overload Relay):
यह मोटर के अत्यधिक गर्म होने पर उसे बंद कर देता है। यह मोटर में बहने वाले करंट के आधार पर काम करता है, जब करंट अधिक होता है तो यह गर्म होकर सर्किट को तोड़ देता है।
4. अर्थ फॉल्ट प्रोटेक्शन (Earth Fault Protection):
यह मोटर या उसके सर्किट में ग्राउंड फॉल्ट होने पर सुरक्षा प्रदान करता है, जिससे बिजली के झटके और आग का खतरा कम होता है।
5. उचित स्थापना और रखरखाव (Proper Installation and Maintenance):
* मोटर को धूल, नमी और अत्यधिक तापमान से बचाना चाहिए।
* नियमित रूप से सफाई करनी चाहिए।
* बोल्ट और कनेक्शन को कसना चाहिए।
* क्षतिग्रस्त हिस्सों को समय पर बदलना चाहिए।
* पर्याप्त वेंटिलेशन सुनिश्चित करना चाहिए ताकि मोटर ओवरहीट न हो।
6. आईपी सुरक्षा रेटिंग (IP Protection Rating):
मोटर्स को उनकी धूल-सबूत और नमी-सबूत विशेषताओं के अनुसार वर्गीकृत किया जाता है। आईपी रेटिंग जितनी अधिक होती है, मोटर की सुरक्षा उतनी ही बेहतर होती है, खासकर कठोर वातावरण में।
मोटर सुरक्षा के लाभ:
* मोटर को नुकसान से बचाता है।
* मोटर का जीवनकाल बढ़ाता है।
* रखरखाव की लागत कम करता है।
* आग और अन्य दुर्घटनाओं को रोकता है।
* सिस्टम की समग्र दक्षता और विश्वसनीयता में सुधार करता है।
संक्षेप में, मोटर सुरक्षा विद्युत मोटर्स के सुचारू और सुरक्षित संचालन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। सही सुरक्षा उपकरणों का चयन और नियमित रखरखाव मोटर के प्रदर्शन और दीर्घायु को सुनिश्चित करता है।
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