सीढ़ी प्रोग्रामिंग (Ladder Programming) में, "काउंटर" (Counter) एक महत्वपूर्ण फंक्शन ब्लॉक है जिसका उपयोग किसी घटना की संख्या को गिनने के लिए किया जाता है। यह पीएलसी (PLC - Programmable Logic Controller) प्रोग्रामिंग में व्यापक रूप से इस्तेमाल होता है ताकि सिस्टम में होने वाली घटनाओं, वस्तुओं की गिनती, या किसी प्रक्रिया के चरणों को ट्रैक किया जा सके।

 सीढ़ी प्रोग्रामिंग (Ladder Programming) में, "काउंटर" (Counter) एक महत्वपूर्ण फंक्शन ब्लॉक है जिसका उपयोग किसी घटना की संख्या को गिनने के लिए किया जाता है। यह पीएलसी (PLC - Programmable Logic Controller) प्रोग्रामिंग में व्यापक रूप से इस्तेमाल होता है ताकि सिस्टम में होने वाली घटनाओं, वस्तुओं की गिनती, या किसी प्रक्रिया के चरणों को ट्रैक किया जा सके। 

काउंटर के प्रकार (Types of Counters)

मुख्यतः सीढ़ी प्रोग्रामिंग में दो प्रकार के काउंटर उपयोग किए जाते हैं:

 * अप काउंटर (Up Counter - CTU): यह काउंटर इनपुट पल्स मिलने पर अपनी गणना बढ़ाता है। जब इनपुट पल्स प्राप्त होती है, तो काउंटर का वर्तमान मान (Current Value) एक से बढ़ जाता है। यह तब तक बढ़ता रहता है जब तक यह अपने प्रीसेट मान (Preset Value) तक नहीं पहुंच जाता। प्रीसेट मान पर पहुंचने पर, काउंटर का आउटपुट सक्रिय (ON) हो जाता है। 

 * डाउन काउंटर (Down Counter - CTD): यह काउंटर इनपुट पल्स मिलने पर अपनी गणना घटाता है। यह अपने प्रीसेट मान से गिनना शुरू करता है और प्रत्येक इनपुट पल्स के साथ मान एक से घटता जाता है। जब काउंटर का वर्तमान मान शून्य पर पहुंच जाता है, तो काउंटर का आउटपुट सक्रिय हो जाता है। 

काउंटर के सामान्य तत्व (Common Elements of a Counter)

प्रत्येक काउंटर फंक्शन ब्लॉक में आमतौर पर निम्नलिखित तत्व होते हैं:

 * काउंट इनपुट (Count Input): यह वह इनपुट है जो काउंटर को प्रत्येक पल्स के लिए गिनने के लिए ट्रिगर करता है। इसे अक्सर CU (Count Up) या CD (Count Down) के रूप में दर्शाया जाता है।

 * रीसेट इनपुट (Reset Input): यह इनपुट काउंटर के वर्तमान मान को शून्य पर या उसके प्रारंभिक मान पर रीसेट करने के लिए उपयोग किया जाता है। इसे अक्सर R के रूप में दर्शाया जाता है।

 * प्रीसेट मान (Preset Value - PV): यह वह लक्ष्य मान है जिस तक काउंटर को गिनना है (अप काउंटर के लिए) या जिस मान से काउंटर को गिनना शुरू करना है (डाउन काउंटर के लिए)। जब वर्तमान मान प्रीसेट मान तक पहुंच जाता है (या शून्य तक डाउन काउंटर के लिए), तो काउंटर का आउटपुट सक्रिय हो जाता है।

 * वर्तमान मान (Current Value - CV) या एक्यूमुलेटर (Accumulator): यह काउंटर द्वारा गिनी गई पल्स की वर्तमान संख्या है। यह गतिशील रूप से बदलता रहता है।

 * आउटपुट बिट (Output Bit - Q or DN): यह एक बिट है जो तब सक्रिय (ON) होता है जब काउंटर अपने प्रीसेट मान तक पहुंच जाता है (अप काउंटर के लिए) या शून्य तक पहुंच जाता है (डाउन काउंटर के लिए)। यह बिट आगे के लॉजिक को सक्रिय करने के लिए उपयोग किया जा सकता है।

सीढ़ी प्रोग्रामिंग में काउंटर का उपयोग (Using Counters in Ladder Programming)

सीढ़ी प्रोग्रामिंग में, काउंटर को अक्सर एक ब्लॉक आरेख के रूप में दर्शाया जाता है जिसमें इनपुट और आउटपुट टर्मिनल होते हैं।

उदाहरण (Example):

मान लीजिए एक कन्वेयर बेल्ट पर वस्तुओं की गिनती करनी है। प्रत्येक वस्तु सेंसर से गुजरती है और एक पल्स उत्पन्न करती है।

 * एक अप काउंटर (CTU) का उपयोग किया जाएगा।

 * सेंसर से आने वाली पल्स CU इनपुट से जुड़ेगी।

 * हम प्रीसेट मान को 100 पर सेट कर सकते हैं, जिसका अर्थ है कि जब 100 वस्तुएं गुजर जाएंगी।

 * जब काउंटर का वर्तमान मान 100 तक पहुंच जाएगा, तो DN (Done) बिट सक्रिय हो जाएगा, जिसका उपयोग एक अलार्म बजाने या कन्वेयर बेल्ट को रोकने के लिए किया जा सकता है।

 * एक रीसेट बटन R इनपुट से जुड़ा होगा, जो ऑपरेटर को मैन्युअल रूप से काउंटर को रीसेट करने की अनुमति देगा।

काउंटर पीएलसी-आधारित स्वचालन प्रणालियों में अनुक्रम नियंत्रण, बैचिंग, उत्पादन गिनती, और समय-आधारित घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए अविश्वसनीय रूप से शक्तिशाली और बहुमुखी उपकरण हैं। 


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घरेलू उपयोग के लिए पीएलसी (Programmable Logic Controller) का इस्तेमाल करना संभव है, हालांकि यह औद्योगिक उपयोग जितना आम नहीं है। आमतौर पर, घर के स्वचालन के लिए माइक्रोकंट्रोलर-आधारित सिस्टम या रेडीमेड स्मार्ट होम सोल्यूशंस (जैसे गूगल होम, अमेज़न एलेक्सा, स्मार्टथिंग्स) अधिक प्रचलित हैं।

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