ब्रशलेस डीसी (BLDC) मोटर एक प्रकार की डीसी मोटर है जिसमें पारंपरिक डीसी मोटरों की तरह ब्रश और कम्यूटेटर नहीं होते हैं। यही विशेषता इसे अधिक कुशल, विश्वसनीय और टिकाऊ बनाती है।
ब्रशलेस डीसी (BLDC) मोटर एक प्रकार की डीसी मोटर है जिसमें पारंपरिक डीसी मोटरों की तरह ब्रश और कम्यूटेटर नहीं होते हैं। यही विशेषता इसे अधिक कुशल, विश्वसनीय और टिकाऊ बनाती है।
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BLDC मोटर का कार्य सिद्धांत स्टेटर और रोटर के चुंबकीय क्षेत्रों के बीच की बातचीत पर आधारित है।
* स्टेटर (स्थिर भाग):
इसमें कुंडलियाँ (वाइंडिंग) होती हैं। इन कुंडलियों को एक विशिष्ट पैटर्न में व्यवस्थित किया जाता है। जब इन कुंडलियों में विद्युत धारा प्रवाहित होती है, तो वे विद्युत चुम्बक बन जाती हैं और एक घूमने वाला चुंबकीय क्षेत्र उत्पन्न करती हैं।
* रोटर (घूमने वाला भाग):
इसमें स्थायी चुंबक लगे होते हैं।
* हॉल इफ़ेक्ट सेंसर (या एनकोडर):
ये सेंसर रोटर की स्थिति का पता लगाते हैं और नियंत्रक (कंट्रोलर) को संकेत भेजते हैं।
* नियंत्रक (कंट्रोलर):
हॉल इफ़ेक्ट सेंसर से प्राप्त संकेतों के आधार पर, नियंत्रक मोटर की कुंडलियों में धारा के प्रवाह को समायोजित करता है। यह सुनिश्चित करता है कि स्टेटर और रोटर के चुंबकीय क्षेत्र ठीक से संरेखित रहें और रोटर पर लगातार टॉर्क (घुमाव बल) उत्पन्न होता रहे, जिससे वह घूमता रहता है।
संक्षेप में, नियंत्रक कुंडलियों को विद्युत धारा के स्पंद (पल्स) प्रदान करता है, जिससे एक घूमने वाला चुंबकीय क्षेत्र बनता है। यह घूमने वाला चुंबकीय क्षेत्र रोटर के स्थायी चुंबक के साथ संपर्क करता है, जिससे रोटर घूमता है।
ब्रशलेस डीसी मोटर के फायदे:
* उच्च दक्षता: ब्रश की अनुपस्थिति घर्षण और ऊर्जा की हानि को कम करती है, जिसके परिणामस्वरूप बेहतर ऊर्जा रूपांतरण होता है। ये मोटरें 90-95% तक कुशल हो सकती हैं।
* लम्बा जीवनकाल:
चूंकि इसमें ब्रश नहीं होते हैं, इसलिए ब्रश के घिसने और टूट-फूट की समस्या नहीं होती है, जिससे मोटर का जीवनकाल लंबा होता है।
* कम रखरखाव:
ब्रश न होने के कारण इन्हें बहुत कम रखरखाव की आवश्यकता होती है।
* कम शोर:
ब्रश और कम्यूटेटर के बीच घर्षण न होने के कारण ये मोटरें बहुत शांत चलती हैं।
* उच्च शक्ति-से-वजन अनुपात:
समान शक्ति आउटपुट वाले डीसी मोटरों की तुलना में ये आमतौर पर हल्के होते हैं, जिससे ये उन अनुप्रयोगों के लिए आदर्श होते हैं जहां वजन कम करना महत्वपूर्ण है (जैसे ड्रोन, इलेक्ट्रिक वाहन)।
* अधिक सटीक नियंत्रण:
इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रक के उपयोग से गति और स्थिति को अधिक सटीक रूप से नियंत्रित किया जा सकता है।
ब्रशलेस डीसी मोटर के नुकसान:
* उच्च लागत: पारंपरिक डीसी मोटरों की तुलना में ये अधिक महंगे होते हैं, क्योंकि इन्हें इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रक की आवश्यकता होती है।
* जटिलता:
इनका डिज़ाइन और नियंत्रण अपेक्षाकृत जटिल होता है, और इनके विकास और रखरखाव के लिए अधिक इंजीनियरिंग ज्ञान की आवश्यकता होती है।
* विद्युतचुंबकीय व्यवधान:
इलेक्ट्रॉनिक नियंत्रक विद्युतचुंबकीय हस्तक्षेप उत्पन्न कर सकता है, जो अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के सामान्य संचालन को प्रभावित कर सकता है।
ब्रशलेस डीसी मोटर का उपयोग आजकल कई आधुनिक उपकरणों में होता है, जैसे इलेक्ट्रिक वाहन, ड्रोन, रोबोट, कंप्यूटर पंखे, और उच्च प्रदर्शन वाले औद्योगिक उपकरण।
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