पीएलसी (Programmable Logic Controller) कई प्रकार के होते हैं
पीएलसी (Programmable Logic Controller) कई प्रकार के होते हैं, जिन्हें अलग-अलग मानदंडों के आधार पर वर्गीकृत किया जा सकता है। यहाँ कुछ मुख्य प्रकार दिए गए हैं:
1. संरचना (Structure) के आधार पर:
* कॉम्पैक्ट पीएलसी (Compact PLC):
* इन्हें "फिक्स्ड" या "इंटीग्रेटेड" पीएलसी भी कहते हैं।
* इसमें सीपीयू (CPU), पावर सप्लाई (Power Supply) और इनपुट/आउटपुट (I/O) मॉड्यूल सभी एक ही इकाई में एकीकृत होते हैं।
* इनका आकार छोटा होता है और ये छोटे पैमाने के अनुप्रयोगों (जैसे छोटी मशीनें) के लिए लागत प्रभावी होते हैं।
* इनमें इनपुट/आउटपुट की संख्या सीमित और तय होती है, जिसे आसानी से बढ़ाया नहीं जा सकता।
* मॉड्यूलर पीएलसी (Modular PLC):
* इसमें सीपीयू, पावर सप्लाई, इनपुट/आउटपुट और संचार मॉड्यूल जैसे विभिन्न घटक अलग-अलग मॉड्यूल के रूप में होते हैं।
* इन मॉड्यूल को एक बेस प्लेट या रैक पर जोड़ा जा सकता है।
* यह अधिक लचीलापन प्रदान करते हैं, क्योंकि आप अपनी आवश्यकताओं के अनुसार मॉड्यूल को जोड़ या हटा सकते हैं, जिससे इनपुट/आउटपुट की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
* ये बड़े या बढ़ते सिस्टम के लिए उपयुक्त होते हैं और अधिक जटिल ऑटोमेशन परियोजनाओं में उपयोग किए जाते हैं।
2. आउटपुट प्रकार (Output Type) के आधार पर:
* रिले आउटपुट पीएलसी (Relay Output PLC):
* यह रिले का उपयोग करते हैं, जो AC और DC दोनों प्रकार के आउटपुट उपकरणों के लिए उपयुक्त होते हैं।
* ये विभिन्न प्रकार के लोड को स्विच करने के लिए सबसे सामान्य और बहुमुखी विकल्प हैं।
* ट्रांजिस्टर आउटपुट पीएलसी (Transistor Output PLC):
* ये सॉलिड-स्टेट डिवाइस होते हैं, जिनमें कोई चलने वाला हिस्सा नहीं होता।
* ये उच्च गति वाले स्विचिंग ऑपरेशन के लिए उपयोग किए जाते हैं और DC लोड के लिए आदर्श होते हैं।
* इन्हें माइक्रोप्रोसेसरों के अंदर भी इस्तेमाल किया जाता है।
* ट्रायक आउटपुट पीएलसी (Triac Output PLC):
* ये विशेष रूप से AC लोड को नियंत्रित करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
* ये सुचारू और शांत संचालन प्रदान करते हैं, जो शोर कम करने वाले वातावरण के लिए महत्वपूर्ण है।
3. आकार (Size) के आधार पर (मॉड्यूलर पीएलसी के उप-प्रकार):
* नैनो पीएलसी (Nano PLC): सबसे छोटे आकार के पीएलसी, बहुत ही साधारण कार्यों के लिए।
* माइक्रो पीएलसी (Micro PLC): छोटे आकार के, सीमित इनपुट/आउटपुट के साथ, छोटे मशीनों जैसे कन्वेयर और मोटर्स को नियंत्रित करने के लिए।
* छोटे पीएलसी (Small PLC): माइक्रो पीएलसी से थोड़े बड़े, छोटे से मध्यम आकार के अनुप्रयोगों के लिए।
* मध्यम पीएलसी (Medium PLC): छोटे पीएलसी से बड़े, अधिक इनपुट/आउटपुट और प्रोग्रामिंग क्षमताओं के साथ, मध्यम आकार के ऑटोमेशन प्रोजेक्ट्स के लिए।
* बड़े पीएलसी (Large PLC): सबसे बड़े और सबसे शक्तिशाली पीएलसी, हजारों इनपुट/आउटपुट को नियंत्रित करने की क्षमता के साथ, बड़े पैमाने पर औद्योगिक ऑटोमेशन और संयंत्रों के लिए।
4. अन्य प्रकार:
* हार्ड पीएलसी (Hard PLC): पारंपरिक, हार्डवेयर-आधारित पीएलसी।
* सॉफ्ट पीएलसी (Soft PLC): सॉफ्टवेयर-आधारित पीएलसी जो एक पीसी पर चलते हैं।
* पीएलसी + एचएमआई नियंत्रक (PLC + HMI Controller): ये पीएलसी होते हैं जिनमें एक ही इकाई में एक मानव-मशीन इंटरफ़ेस (HMI) पैनल एकीकृत होता है, जिससे सिस्टम को प्रोग्राम करना और उपयोग करना आसान हो जाता है।
प्रत्येक प्रकार के पीएलसी के अपने फायदे और नुकसान होते हैं, और सही प्रकार का चयन आपके विशिष्ट अनुप्रयोग और आवश्यकताओं पर निर्भर करता है।
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