सीढ़ी प्रोग्रामिंग (Ladder Programming) एक प्रोग्रामिंग भाषा है जिसका उपयोग प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (PLC) को प्रोग्राम करने के लिए किया जाता है। इसे अक्सर सीढ़ी तर्क (Ladder Logic) के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इसकी संरचना विद्युत नियंत्रण सर्किटरी के लिए उपयोग किए जाने वाले सीढ़ी आरेख (ladder diagrams) के समान होती है।
सीढ़ी प्रोग्रामिंग (Ladder Programming) एक प्रोग्रामिंग भाषा है जिसका उपयोग प्रोग्रामेबल लॉजिक कंट्रोलर (PLC) को प्रोग्राम करने के लिए किया जाता है। इसे अक्सर सीढ़ी तर्क (Ladder Logic) के रूप में भी जाना जाता है क्योंकि इसकी संरचना विद्युत नियंत्रण सर्किटरी के लिए उपयोग किए जाने वाले सीढ़ी आरेख (ladder diagrams) के समान होती है।
सीढ़ी प्रोग्रामिंग का सिद्धांत
सीढ़ी प्रोग्रामिंग का मूल सिद्धांत विद्युत रिले नियंत्रण प्रणालियों की नकल करना है। इसमें दो ऊर्ध्वाधर रेखाएँ होती हैं जो बस बार (bus bars) का प्रतिनिधित्व करती हैं, और उनके बीच क्षैतिज रेखाएँ होती हैं जिन्हें रंग (rungs) कहा जाता है। प्रत्येक रंग एक नियंत्रण लॉजिक स्टेटमेंट का प्रतिनिधित्व करता है, जिसमें इनपुट (जैसे स्विच या सेंसर) बाईं ओर होते हैं और आउटपुट (जैसे मोटर या लाइट) दाईं ओर होते हैं।
सीढ़ी प्रोग्रामिंग के मुख्य तत्व
सीढ़ी प्रोग्रामिंग में कई मूलभूत तत्व होते हैं:
* संपर्क (Contacts): ये इनपुट डिवाइस का प्रतिनिधित्व करते हैं। सबसे आम प्रकार हैं:
* सामान्य रूप से खुला (Normally Open - NO): यह तब तक खुला रहता है जब तक इसे सक्रिय नहीं किया जाता।
* सामान्य रूप से बंद (Normally Closed - NC): यह तब तक बंद रहता है जब तक इसे सक्रिय नहीं किया जाता।
* कॉइल (Coils): ये आउटपुट डिवाइस का प्रतिनिधित्व करते हैं। जब कॉइल को सक्रिय किया जाता है, तो संबंधित आउटपुट चालू हो जाता है।
* टाइमर (Timers): ये निश्चित समय देरी के बाद आउटपुट को चालू या बंद करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
* काउंटर (Counters): ये घटनाओं की संख्या को गिनने और एक निश्चित संख्या तक पहुंचने पर आउटपुट को सक्रिय करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
* तुलनात्मक (Comparators): ये दो मानों की तुलना करने और परिणाम के आधार पर आउटपुट को ट्रिगर करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
* गणितीय संचालन (Mathematical Operations): कुछ PLC और सीढ़ी भाषाओं में जोड़, घटाव, गुणा और भाग जैसे गणितीय संचालन की क्षमता भी होती है।
सीढ़ी प्रोग्रामिंग कैसे काम करती है?
PLC सीढ़ी कार्यक्रम को ऊपर से नीचे और बाएं से दाएं स्कैन करता है। प्रत्येक रंग के लिए, यह इनपुट (संपर्कों) की स्थिति का मूल्यांकन करता है। यदि इनपुट की स्थितियां सत्य हैं (यानी, लॉजिक 'चालू' है), तो संबंधित आउटपुट (कॉइल) सक्रिय हो जाता है। यह प्रक्रिया लगातार दोहराई जाती है, जिससे PLC वास्तविक समय में इनपुट में परिवर्तन का जवाब दे पाता है और आउटपुट को नियंत्रित कर पाता है।
उपयोग और लाभ
सीढ़ी प्रोग्रामिंग का उपयोग मुख्य रूप से औद्योगिक स्वचालन में किया जाता है, जैसे कि विनिर्माण संयंत्रों, रोबोटिक्स, प्रक्रिया नियंत्रण और असेंबली लाइनों में मशीनों और प्रक्रियाओं को नियंत्रित करने के लिए।
इसके कुछ प्रमुख लाभ हैं:
* समझने में आसान: विद्युत नियंत्रण सर्किटरी से परिचित लोगों के लिए यह अपेक्षाकृत सहज और समझने में आसान है।
* समस्या निवारण में आसानी: सीढ़ी आरेख की दृश्य प्रकृति त्रुटियों और समस्याओं का पता लगाने में मदद करती है।
* उद्योग मानक: यह औद्योगिक स्वचालन में एक व्यापक रूप से मान्यता प्राप्त और उपयोग की जाने वाली प्रोग्रामिंग भाषा है।
* विश्वसनीयता: PLC और सीढ़ी प्रोग्रामिंग अत्यधिक विश्वसनीय और कठोर औद्योगिक वातावरण में काम करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं।
संक्षेप में, सीढ़ी प्रोग्रामिंग एक शक्तिशाली और व्यापक रूप से उपयोग की जाने वाली भाषा है जो PLC को औद्योगिक प्रक्रियाओं को स्वचालित और नियंत्रित करने में सक्षम बनाती है।
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