डीजी सेट के प्रकार ( Types of DG Sets )
डीजी (DG - Diesel Generator) सेट को अलग-अलग आधार पर कई प्रकारों में वर्गीकृत किया जाता है। मुख्य वर्गीकरण इस प्रकार हैं:
I. उपयोग के आधार पर (Based on Application)
यह वर्गीकरण बताता है कि डीजी सेट का इस्तेमाल मुख्य रूप से किस उद्देश्य के लिए किया जाएगा:
- सामान्य जनरेटर सेट (Common Generator Set):
- ये वे इकाइयाँ हैं जिनकी आवश्यकता पूरे वर्ष लगातार बिजली आपूर्ति के लिए होती है, जैसे कि बिजली ग्रिड से दूर स्थित स्थानों या औद्योगिक और खनन क्षेत्रों में।
- स्टैंडबाय जनरेटर सेट (Standby Generator Set):
- इनका उपयोग तब किया जाता है जब मुख्य बिजली आपूर्ति कट जाती है। ये महत्वपूर्ण इकाइयों (जैसे- अस्पताल, होटल, हवाई अड्डे, रेडियो स्टेशन) में अस्थायी बैकअप बिजली प्रदान करते हैं ताकि उत्पादन और जीवन के बुनियादी कार्यों को सुनिश्चित किया जा सके।
- आपातकालीन जनरेटर सेट (Emergency Generator Set):
- ये विशेष रूप से उन उपकरणों को तुरंत बिजली देने के लिए लगाए जाते हैं, जहाँ बिजली कटौती से बड़ा नुकसान या व्यक्तिगत दुर्घटनाएँ हो सकती हैं (जैसे- अग्निशमन प्रणाली, लिफ्ट, निकासी प्रकाश व्यवस्था)। इन्हें अक्सर स्व-प्रारंभिक (Automatic Start) सुविधाओं के साथ स्थापित किया जाता है।
II. स्वचालन (Automation) के आधार पर
डीजी सेट के संचालन में मानव हस्तक्षेप की आवश्यकता कितनी है, इसके आधार पर वर्गीकरण:
- बुनियादी डीज़ल जनरेटर सेट (Basic Diesel Generator Set):
- ये सबसे सामान्य प्रकार हैं, जिन्हें बिजली आपूर्ति शुरू करने के लिए मैन्युअल रूप से चालू करना पड़ता है।
- स्वचालित स्टार्ट डीज़ल जनरेटर सेट (Automatic Start Diesel Generator Set):
- ये बुनियादी सेटों पर आधारित होते हैं लेकिन इनमें एक स्वचालित नियंत्रण प्रणाली होती है। मुख्य बिजली कटने पर ये अपने आप (Auto Start) चालू हो जाते हैं।
- माइक्रो कंप्यूटर स्वचालित नियंत्रण डीज़ल जनरेटर सेट (Automatic Control Diesel Generator Set):
- ये उच्च स्तर के स्वचालन वाले सेट होते हैं, जिनमें स्वचालित ईंधन और तेल आपूर्ति जैसी सुविधाएं होती हैं, जो मानव रहित (Unmanned) संचालन प्राप्त कर सकते हैं।
III. ईंधन के आधार पर (Based on Fuel Type)
इस्तेमाल किए गए ईंधन के प्रकार के अनुसार वर्गीकरण:
- डीज़ल जनरेटर (DG) सेट:
- सबसे आम प्रकार, जो ईंधन के रूप में डीज़ल का उपयोग करते हैं।
- पेट्रोल जनरेटर (PG) सेट:
- ये छोटी क्षमता वाले पोर्टेबल जनरेटर में अधिक उपयोग होते हैं, जो ईंधन के रूप में पेट्रोल का उपयोग करते हैं।
- गैस जनरेटर (GG) सेट:
- ये प्राकृतिक गैस (Natural Gas) या एलपीजी (LPG) का उपयोग करते हैं।
IV. अन्य प्रकार
- साइलेंट/साउंडप्रूफ डीजी सेट (Silent/Soundproof DG Set):
- ये एक विशेष आवरण (Canopy) के साथ आते हैं जो शोर को कम करता है। इन्हें आवासीय क्षेत्रों या अस्पतालों जैसे शांत वातावरण में उपयोग किया जाता है।
- ओपन डीजी सेट (Open DG Set):
- इनमें कोई बाहरी आवरण नहीं होता है और ये अधिक शोर करते हैं। इन्हें आमतौर पर दूरस्थ स्थानों या अलग कमरों में स्थापित किया जाता है।
- पोर्टेबल जनरेटर (Portable Generator):
- ये छोटे और आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाने योग्य होते हैं, जिनका उपयोग छोटे उपकरणों या यात्राओं के लिए किया जाता है।
पोर्टेबल डीजी सेट (Portable DG Set) एक छोटा और हल्का जनरेटर सेट होता है जिसे आसानी से एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है। यह अस्थायी बिजली की आवश्यकताओं को पूरा करने या मुख्य बिजली गुल होने की स्थिति में बैकअप पावर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
पोर्टेबल डीजी सेट की मुख्य विशेषताएं:
- पोर्टेबिलिटी (Portability): यह इनकी सबसे बड़ी विशेषता है। इनमें अक्सर पहिए (Wheels) और ड्रॉप-डाउन हैंडल (Drop-down Handles) लगे होते हैं, जिससे इन्हें खींचना और ले जाना आसान हो जाता है।
- ईंधन के प्रकार (Fuel Type): पोर्टेबल जनरेटर सेट डीज़ल के अलावा पेट्रोल, गैस (LPG/CNG), या डुअल फ्यूल विकल्पों में भी उपलब्ध होते हैं।
- बिजली उत्पादन (Power Output): इनकी क्षमता आमतौर पर कम होती है, जो घरेलू उपयोग और छोटे व्यावसायिक उपकरणों को चलाने के लिए पर्याप्त होती है। ये आमतौर पर 2 kVA से 7 kVA या उससे थोड़ी अधिक क्षमता में आते हैं।
- साइलेंट/कम शोर (Silent/Low Noise): कई आधुनिक पोर्टेबल डीजी सेट उन्नत नॉइज़ दमन तकनीक (Noise Suppression Technology) के साथ आते हैं, जिन्हें साइलेंट पोर्टेबल जनरेटर कहा जाता है, जो उन्हें आवासीय क्षेत्रों के लिए उपयुक्त बनाते हैं।
- स्टार्टिंग मोड (Starting Mode): इन्हें रिकॉइल स्टार्ट (मैनुअल रस्सी से खींचकर) या इलेक्ट्रिक स्टार्ट (चाबी या बटन से) दोनों तरीकों से शुरू किया जा सकता है।
पोर्टेबल डीजी सेट के उपयोग:
- घरेलू बैकअप पावर: बिजली कटौती के दौरान घर के आवश्यक उपकरण, जैसे पंखे, लाइटें, टीवी और फ्रिज चलाने के लिए।
- छोटे व्यावसायिक कार्य: छोटे दुकान या ऑफिस में आपातकालीन बिजली आपूर्ति के लिए।
- निर्माण स्थल (Construction Sites): बिजली उपकरणों और मशीनरी को बिजली देने के लिए, जहाँ ग्रिड पावर उपलब्ध नहीं होती।
- आउटडोर इवेंट और कैंपिंग: बाहरी कार्यक्रमों, मेलों या कैंपिंग यात्राओं के दौरान अस्थायी बिजली की आपूर्ति के लिए।
- कृषि (Agriculture): खेतों में छोटे पंप सेट या अन्य बिजली से चलने वाले उपकरणों को चलाने के लिए।
पोर्टेबल डीजी सेट के फायदे:
फायदा (Advantage) |
विवरण (Description) |
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सुविधाजनक (Convenient) |
इन्हें आसानी से कहीं भी ले जाया और स्थापित किया जा सकता है। |
ईंधन दक्षता (Fuel Efficiency) |
डीजल इंजन गैस/पेट्रोल जनरेटर की तुलना में अधिक ईंधन कुशल होते हैं और लंबे समय तक चल सकते हैं। |
टिकाऊपन (Durability) |
डीजल इंजन आमतौर पर मजबूत और लंबे समय तक चलने वाले होते हैं। |
विश्वसनीयता (Reliability) |
बिजली कटौती के दौरान ये एक विश्वसनीय और तत्काल बिजली स्रोत प्रदान करते हैं। |
पोर्टेबल डीजी सेट के नुकसान (सामान्यतः डीजल जनरेटर के संदर्भ में):
- अधिक शोर: गैर-साइलेंट (Non-silent) मॉडल काफी शोर करते हैं, जो पड़ोसियों के लिए परेशानी का कारण बन सकता है।
- कीमत: छोटे पेट्रोल जनरेटर की तुलना में डीजल पोर्टेबल सेट अधिक महंगे हो सकते हैं।
- धुआँ और गंध: डीजल जनरेटर से धुआँ और डीजल की गंध निकलती है, इसलिए इन्हें हमेशा खुले या हवादार क्षेत्रों में उपयोग किया जाना चाहिए।
पोर्टेबल डीजी सेट (Portable DG Set) का निर्माण एक व्यवस्थित प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न प्रमुख घटकों को एक कॉम्पैक्ट और आसानी से ले जाए जा सकने वाले फ्रेम पर असेंबल किया जाता है।
ये छोटे जनरेटर आमतौर पर 2 किलोवाट से 7 किलोवाट तक की बिजली रेंज में आते हैं और इन्हें घर, छोटी दुकानों या निर्माण स्थलों पर इस्तेमाल किया जाता है।
पोर्टेबल डीजी सेट के मुख्य घटक (Main Components)
पोर्टेबल डीजी सेट मुख्य रूप से दो प्रमुख भागों को मिलाकर बनाया जाता है: डीजल इंजन और अल्टरनेटर (जनरेटर)। इसके अलावा, पोर्टेबिलिटी सुनिश्चित करने के लिए इसमें कई अन्य सहायक प्रणालियाँ होती हैं।
घटक (Component) |
कार्य (Function) |
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डीजल इंजन (Diesel Engine) |
यह सेट का शक्ति स्रोत है। यह डीजल जलाकर यांत्रिक ऊर्जा (Mechanical Energy) पैदा करता है। पोर्टेबल सेट में अक्सर एयर-कूल्ड (Air-Cooled) इंजन का उपयोग होता है ताकि पानी भरने की परेशानी न हो और सेट हल्का रहे। |
अल्टरनेटर (Alternator) |
यह यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा (Electrical Energy) में बदलता है। यह इलेक्ट्रोमैग्नेटिक इंडक्शन के सिद्धांत पर काम करता है। पोर्टेबल सेट में यह अक्सर 100% कॉपर वाइंडिंग के साथ लगाया जाता है। |
ईंधन प्रणाली (Fuel System) |
इसमें एक छोटा डीजल टैंक होता है जो इंजन को निरंतर ईंधन की आपूर्ति करता है। |
कंट्रोल पैनल (Control Panel) |
इसमें स्टार्ट/स्टॉप स्विच, आउटपुट सॉकेट, वोल्टेज मीटर और सर्किट ब्रेकर लगे होते हैं जो जनरेटर के संचालन को नियंत्रित करते हैं। |
बेस फ्रेम और व्हील्स (Base Frame & Wheels) |
यह सभी घटकों को एक साथ स्थिर रखता है। पोर्टेबिलिटी के लिए इसमें अक्सर मजबूत पहिए (Wheels) और एक हैंडल लगा होता है। |
एग्जॉस्ट और मफलर (Exhaust & Muffler) |
दहन (Combustion) से निकलने वाली गर्म गैसों को बाहर निकालने और ध्वनि को कम करने का काम करता है। |
वोल्टेज रेगुलेटर (Voltage Regulator - AVR) |
यह आउटपुट वोल्टेज को स्थिर रखता है ताकि जुड़े हुए उपकरण सुरक्षित रहें। |
पोर्टेबल डीजी सेट की निर्माण प्रक्रिया (Manufacturing Process)
पोर्टेबल डीजी सेट के निर्माण में कई चरण शामिल होते हैं, जो सुनिश्चित करते हैं कि उत्पाद कॉम्पैक्ट, विश्वसनीय और उपयोग में आसान हो:
1. बेस फ्रेम और कैनोपी का निर्माण
- फ्रेम बनाना: सबसे पहले, मजबूत लेकिन हल्के धातु का उपयोग करके एक बेस फ्रेम तैयार किया जाता है। यह फ्रेम पूरे सेट के वजन को वहन करता है और कंपन (Vibration) को कम करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
- पहियों को जोड़ना: इस फ्रेम में अक्सर रबर के पहिए और एक हैंडल लगाया जाता है ताकि इसे एक जगह से दूसरी जगह आसानी से खींचा जा सके।
- साइलेंट कैनोपी (यदि है): यदि सेट 'साइलेंट' प्रकार का है, तो उसके लिए एक कॉम्पैक्ट, ध्वनि-अवशोषित सामग्री वाली ध्वनिरोधी कैनोपी तैयार की जाती है।
2. इंजन और अल्टरनेटर की तैयारी
- इंजन की जाँच: डीजल इंजन (आमतौर पर 1-सिलेंडर, 4-स्ट्रोक) की गुणवत्ता और कार्यक्षमता की जाँच की जाती है।
- अल्टरनेटर की जाँच: अल्टरनेटर की वाइंडिंग और रोटर की जाँच की जाती है ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि यह सही वोल्टेज और आवृत्ति पर बिजली पैदा करेगा।
3. कोर कंपोनेंट असेंबली (Coupling)
- युग्मन (Coupling): इंजन के फ्लाईव्हील को अल्टरनेटर के रोटर से एक विशेष कपलिंग तंत्र के माध्यम से जोड़ा जाता है। यह सुनिश्चित करता है कि इंजन की यांत्रिक शक्ति पूरी तरह से अल्टरनेटर को स्थानांतरित हो।
4. सहायक प्रणालियों को जोड़ना
- ईंधन टैंक और निकास प्रणाली: बेस फ्रेम पर ईंधन टैंक को कसकर लगाया जाता है। इसके बाद, निकास पाइप और मफलर को इंजन से जोड़ा जाता है।
- शीतलन और स्नेहन प्रणाली: इंजन में आवश्यक इंजन ऑयल (मोबिल) और एयर-कूल्ड पंखे लगाए जाते हैं।
- इलेक्ट्रिकल वायरिंग: अल्टरनेटर के आउटपुट को वोल्टेज रेगुलेटर और फिर कंट्रोल पैनल से जोड़ा जाता है। इसमें सेल्फ स्टार्ट मोटर (या रिकॉइल स्टार्ट तंत्र) की वायरिंग भी शामिल होती है।
- नियंत्रण कक्ष स्थापना: कंट्रोल पैनल को आसानी से पहुँचा जा सकने वाली जगह पर लगाया जाता है। इसमें आउटपुट पोर्ट और सुरक्षा उपकरण (सर्किट ब्रेकर) शामिल किए जाते हैं।
5. अंतिम परीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण (Quality Control)
- पॉवर टेस्ट: जनरेटर को पहली बार शुरू किया जाता है और पूरे लोड पर चलाकर उसके वोल्टेज, आवृत्ति और आउटपुट पावर की जाँच की जाती है।
- शोर और कंपन नियंत्रण: यह सुनिश्चित किया जाता है कि सेट में अत्यधिक कंपन (वाइब्रेशन) न हो और, यदि यह साइलेंट मॉडल है, तो शोर का स्तर निर्धारित मानकों (जैसे CPCB मानदंड) के भीतर हो।
- पेंटिंग और पैकेजिंग: सफल परीक्षण के बाद, सेट को अंतिम रूप दिया जाता है, पेंट किया जाता है और बाजार में भेजने के लिए पैक किया जाता है।
पोर्टेबल डीजी सेट का निर्माण हमेशा हल्के वजन, उच्च दक्षता और आसान गतिशीलता (Easy Mobility) पर केंद्रित होता है, ताकि उपयोगकर्ता इसे कहीं भी ले जाकर आसानी से इस्तेमाल कर सकें।
पोर्टेबल डीजी सेट (Portable DG Set) का मुख्य कार्य डीजल ईंधन में संचित रासायनिक ऊर्जा को दहन प्रक्रिया (Combustion) के माध्यम से यांत्रिक ऊर्जा में, और अंततः उपयोग करने योग्य विद्युत ऊर्जा में बदलना है। यह बिजली का एक अस्थायी और आसानी से ले जाया जाने वाला स्रोत प्रदान करता है।
पोर्टेबल डीजी सेट के कार्य का सिद्धांत
पोर्टेबल डीजी सेट दो मुख्य घटकों के संयोजन से काम करता है: डीजल इंजन और अल्टरनेटर (जनरेटर)। इनके कार्य का क्रम इस प्रकार है:
1. ऊर्जा रूपांतरण (Energy Conversion)
- प्रारंभ (Starting): डीजी सेट को मैन्युअल रूप से रिकॉइल स्टार्टर से या इलेक्ट्रिक स्टार्टर (बैटरी की मदद से) से शुरू किया जाता है।
- दहन (Combustion): डीजल इंजन ईंधन टैंक से डीजल लेता है। इंजन के अंदर, डीजल को उच्च दबाव में इंजेक्ट किया जाता है, जहाँ यह संपीड़ित (Compressed) हवा की गर्मी से प्रज्वलित (Ignited) होता है।
- यांत्रिक शक्ति उत्पादन: दहन से उत्पन्न गैसों का बल इंजन के पिस्टन को नीचे धकेलता है। पिस्टन की यह ऊपर-नीचे की गति क्रैंकशाफ्ट को घुमाती है, जिससे यांत्रिक ऊर्जा उत्पन्न होती है।
- विद्युत उत्पादन: क्रैंकशाफ्ट से जुड़ी हुई युग्मन (Coupling) इस यांत्रिक ऊर्जा को अल्टरनेटर के रोटर तक पहुंचाती है। रोटर, जब एक चुंबकीय क्षेत्र के भीतर घूमता है, तो विद्युत चुम्बकीय प्रेरण (Electromagnetic Induction) के सिद्धांत के अनुसार विद्युत शक्ति (एसी करंट) उत्पन्न करता है।
पोर्टेबल डीजी सेट के विशिष्ट कार्य और लाभ
पोर्टेबल डीजी सेट विशेष रूप से उन परिदृश्यों के लिए डिज़ाइन किए गए हैं जहाँ कॉम्पैक्ट आकार और गतिशीलता (Mobility) महत्वपूर्ण है।
विशिष्ट कार्य (Function) |
लाभ (Benefit) |
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बैकअप पावर आपूर्ति |
बिजली कटौती के दौरान आवश्यक उपकरणों (जैसे पंखे, लाइट, टीवी, कंप्यूटर) को घर या छोटे कार्यालय में तुरंत बिजली देना। |
दूरस्थ स्थानों पर बिजली |
निर्माण स्थलों, खेतों, या कैम्पिंग जैसी जगहों पर बिजली पहुंचाना जहाँ मुख्य बिजली ग्रिड उपलब्ध नहीं है। |
वोल्टेज स्थिरता |
वोल्टेज रेगुलेटर (AVR) के माध्यम से आउटपुट वोल्टेज को स्थिर बनाए रखना, जिससे आपके संवेदनशील उपकरण सुरक्षित रहते हैं। |
सुरक्षित और सुविधाजनक ऑपरेशन |
बिल्ट-इन सर्किट ब्रेकर ओवरलोड या शॉर्ट सर्किट होने पर सेट को बंद कर देते हैं, जिससे सुरक्षा सुनिश्चित होती है। |
ईंधन दक्षता |
छोटे इंजन के कारण ये आमतौर पर बड़े DG सेट की तुलना में कम ईंधन की खपत करते हैं, जिससे छोटे लोड को चलाने के लिए ये एक किफायती विकल्प बन जाते हैं। |
संक्षेप में,
पोर्टेबल डीजी सेट का कार्य उपयोगकर्ताओं को कहीं भी, कभी भी एक भरोसेमंद, अस्थायी और आसान-से-उपयोग होने वाली बिजली की आपूर्ति प्रदान करना है।
क्षमा करें, ऐसा लगता है कि आपने पिछली प्रतिक्रिया में दिए गए प्रश्न को दोहराया है।
पोर्टेबल डीजी सेट का कार्य संक्षेप में यह है:
मुख्य कार्य:
पोर्टेबल डीजी सेट डीजल ईंधन को जलाकर यांत्रिक ऊर्जा उत्पन्न करता है, जिसे फिर अल्टरनेटर द्वारा उपयोग करने योग्य विद्युत ऊर्जा में बदल दिया जाता है। यह बिजली का एक अस्थायी और आसानी से ले जाया जाने वाला स्रोत प्रदान करता है।
पोर्टेबल डीजी सेट के विशिष्ट उपयोग (Specific Applications)
चूंकि ये पोर्टेबल होते हैं, इसलिए इनका उपयोग विशेष रूप से उन स्थितियों में होता है जहाँ बिजली की आवश्यकता अस्थाई हो या ग्रिड से दूर हो:
उपयोग क्षेत्र (Application Area) |
विवरण (Description) |
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बैकअप बिजली (Backup Power) |
घर, छोटे कार्यालयों, या दुकानों में बिजली कटौती के दौरान रोशनी, पंखे, फ्रिज और छोटे उपकरण चलाने के लिए। |
निर्माण स्थल (Construction Sites) |
दूरदराज के स्थानों पर ड्रिल मशीन, कटर, और वेल्डिंग उपकरण जैसे बिजली उपकरणों को चलाने के लिए। |
बाहरी कार्यक्रम (Outdoor Events) |
शिविर, आउटडोर पार्टी, या मेलों में ध्वनि प्रणालियों और प्रकाश व्यवस्था को बिजली देने के लिए। |
कृषि (Agriculture) |
दूरदराज के खेतों में छोटे पंप सेट या अन्य कृषि उपकरणों को चलाने के लिए। |
संक्षेप में,
इसका कार्य गतिशीलता (Mobility) और तत्काल बिजली आपूर्ति प्रदान करना है, जिससे उपयोगकर्ता कहीं भी और कभी भी अपनी बिजली की ज़रूरतों को पूरा कर सकें।
पोर्टेबल डीजी सेट (Portable DG Set) का मुख्य लाभ उनकी गतिशीलता (Mobility) है। इनका उपयोग किसी भी ऐसे स्थान पर किया जाता है जहाँ बिजली की आवश्यकता अस्थायी हो, या जहाँ मुख्य बिजली ग्रिड तक पहुँचना मुश्किल हो।
यहाँ पोर्टेबल डीजी सेट के प्रमुख उपयोग दिए गए हैं:
पोर्टेबल डीजी सेट के मुख्य उपयोग क्षेत्र
पोर्टेबल डीजी सेट आमतौर पर छोटे से मध्यम आकार के लोड (2 किलोवाट से 7 किलोवाट) को बिजली देने के लिए आदर्श होते हैं।
उपयोग क्षेत्र (Application Area) |
विशिष्ट कार्य (Specific Functions) |
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आवासीय बैकअप (Home Backup) |
बिजली कटौती के दौरान घर के आवश्यक उपकरण (जैसे रोशनी, पंखे, फ्रिज, और छोटे कंप्यूटर) चलाने के लिए। |
निर्माण स्थल (Construction Sites) |
बिजली के उपकरणों (पावर टूल्स), जैसे ड्रिल, कटर, मिक्सर, या वेल्डिंग मशीन को साइट पर बिजली देने के लिए। |
बाहरी कार्यक्रम और मनोरंजन |
कैंपिंग ट्रिप, आउटडोर पार्टियाँ, टेलगेटिंग, या मेले में संगीत उपकरण, लाइटिंग, या छोटे रेफ्रिजरेटर को बिजली की आपूर्ति। |
दूरस्थ कार्य स्थल (Remote Work) |
ऐसे स्थानों पर काम करने वाले ठेकेदारों या कर्मचारियों के लिए जहाँ बिजली उपलब्ध नहीं है, जैसे कि खेत, जंगल, या दूरदराज के क्षेत्र। |
आपदा और आपातकालीन राहत |
प्राकृतिक आपदाओं (बाढ़, तूफान) के बाद संचार उपकरण, चिकित्सा उपकरण, और प्राथमिक रोशनी को बिजली प्रदान करना। |
छोटी दुकानें और वेंडर |
स्ट्रीट वेंडर (गली-मोहल्ले के विक्रेता), छोटे फूड स्टॉल, या अस्थायी कियोस्क के लिए रात में रोशनी और छोटे उपकरणों को चलाने के लिए। |
फार्म और कृषि |
खेतों पर छोटे पानी के पंप, इलेक्ट्रिक फेंसिंग सिस्टम, या अन्य छोटे कृषि उपकरणों को चलाने के लिए। |
क्यों पोर्टेबल डीजी सेट इन उपयोगों के लिए बेहतर हैं?
- आसान परिवहन: इनमें लगे पहियों और हैंडल के कारण इन्हें एक व्यक्ति भी आसानी से उठाकर या खींचकर कहीं भी ले जा सकता है।
- त्वरित बिजली: ये तत्काल बैकअप पावर प्रदान करते हैं—बस ईंधन भरें और स्टार्ट करें।
- ईंधन विकल्प: कुछ पोर्टेबल मॉडल पेट्रोल या गैस पर भी चलते हैं, जिससे डीजल की अनुपलब्धता में सुविधा मिलती है।
- किफायती संचालन: छोटे लोड को चलाने के लिए बड़े जनरेटर की तुलना में ये कम ईंधन की खपत करते हैं।
इस तरह,
पोर्टेबल डीजी सेट बिजली की पहुँच को सुविधाजनक और लचीला बनाते हैं।
आवासीय डीजी सेट (Residential DG Set) ऐसे डीज़ल जनरेटर सेट होते हैं जिन्हें विशेष रूप से घरों, अपार्टमेंट, छोटे बंगलों या छोटी आवासीय कॉलोनियों में बिजली कटौती के दौरान बैकअप पावर प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
इन सेटों को औद्योगिक या वाणिज्यिक डीजी सेटों से अलग आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए बनाया जाता है, जिसमें मुख्य फोकस कम शोर (Low Noise) और सुविधा (Convenience) पर होता है।
आवासीय डीजी सेट की मुख्य विशेषताएं
आवासीय वातावरण के लिए, डीजी सेट में निम्नलिखित विशेषताएं महत्वपूर्ण होती हैं:
विशेषता (Feature) |
विवरण (Description) |
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कम शोर स्तर (Silent Operation) |
इन्हें साइलेंट कैनोपी (Soundproof Canopy) के साथ डिज़ाइन किया जाता है। आवासीय क्षेत्रों में शोर प्रदूषण से बचने के लिए इनका शोर स्तर आमतौर पर 55 dB से 75 dB के बीच या इससे भी कम रखा जाता है, जो सरकारी मानकों के अनुरूप हो। |
कॉम्पैक्ट और आसान इंस्टॉलेशन |
ये आकार में छोटे (Compact) होते हैं और इन्हें छत (Terrace), बालकनी, या घर के छोटे बाहरी स्थान पर आसानी से स्थापित किया जा सकता है। |
स्वचालन (Automation) |
अक्सर ऑटोमेटिक स्टार्ट (Automatic Start) सुविधा के साथ आते हैं। मुख्य बिजली कटने पर ये अपने आप चालू हो जाते हैं और बिजली वापस आने पर अपने आप बंद हो जाते हैं, जिससे उपयोगकर्ता को हस्तक्षेप की आवश्यकता नहीं होती। |
सुरक्षा और नियंत्रण |
इनमें ओवरलोड प्रोटेक्शन, कम तेल स्तर शटडाउन, और अत्यधिक तापमान शटडाउन जैसी सुरक्षा सुविधाएँ होती हैं, जो घरेलू उपयोग के लिए आवश्यक हैं। |
ईंधन विकल्प |
छोटे आवासीय सेट डीज़ल के अलावा पेट्रोल या एलपीजी/गैस से भी चल सकते हैं, खासकर बहुत छोटी क्षमता वाले पोर्टेबल मॉडल में। |
आवासीय डीजी सेट की क्षमता (Capacity)
आवासीय डीजी सेट की क्षमता (kVA में) घर की बिजली की आवश्यकता पर निर्भर करती है। आमतौर पर ये छोटे होते हैं:
क्षमता सीमा |
उपयोग (Typical Application) |
---|---|
5 kVA से 15 kVA |
छोटे स्वतंत्र घर (Independent Homes), छोटे रिटेल आउटलेट, या अपार्टमेंट में केवल आवश्यक उपकरण (लाइट, पंखे, फ्रिज, छोटे AC) चलाने के लिए। |
15 kVA से 50 kVA |
बड़े घर, छोटे अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स या छोटे से मध्यम कार्यालयों के लिए, जहाँ AC यूनिट और अन्य भारी उपकरण भी चलाने की आवश्यकता होती है। |
क्षमता का निर्धारण: डीजी सेट खरीदने से पहले, घर के सभी आवश्यक उपकरणों की कुल शक्ति की गणना (Load Calculation) करना महत्वपूर्ण है, खासकर उपकरणों के शुरुआती करंट (Starting Current) को ध्यान में रखते हुए।
आवासीय डीजी सेट के लाभ
- निर्बाध जीवनशैली (Uninterrupted Life): बिजली गुल होने पर भी घर के आवश्यक उपकरणों (जैसे फ्रिज, सुरक्षा कैमरे, वाई-फाई, लाइटें) को चालू रखकर जीवनशैली को सामान्य बनाए रखता है।
- सुरक्षा सुनिश्चित करता है: यदि घर में कोई लिफ्ट या चिकित्सा उपकरण है, तो यह आपातकालीन बिजली की आपूर्ति करके सुरक्षा सुनिश्चित करता है।
- शांत वातावरण: साइलेंट कैनोपी डिज़ाइन के कारण ये औद्योगिक जनरेटर की तुलना में बहुत कम शोर करते हैं, जिससे पड़ोसियों को परेशानी नहीं होती।
- उच्च विश्वसनीयता: ये स्टैंडबाय पावर स्रोत के रूप में डिज़ाइन किए जाते हैं, जो ग्रिड फेल होने पर तुरंत बिजली प्रदान करते हैं।
आवासीय डीजल जनरेटर सेट (DG Set) का निर्माण एक बहु-चरणीय प्रक्रिया है जिसमें मुख्य घटकों के चयन से लेकर अंतिम असेंबली और परीक्षण तक कई चरण शामिल होते हैं।
यहाँ आवासीय DG सेट के निर्माण की मुख्य प्रक्रिया का एक सामान्य अवलोकन दिया गया है:
1. योजना और घटक चयन (Planning and Component Selection)
निर्माण प्रक्रिया ग्राहक की आवश्यकताओं को समझने से शुरू होती है:
- लोड आवश्यकता का निर्धारण: यह पता लगाना कि DG सेट से कितनी बिजली (कितने kVA) की आवश्यकता होगी। आवासीय उपयोग के लिए यह आमतौर पर छोटी क्षमता का होता है।
- इंजन का चयन: एक उपयुक्त डीजल इंजन का चयन किया जाता है जो निर्धारित लोड को चलाने के लिए पर्याप्त शक्तिशाली हो। यह इंजन सेट का मुख्य प्राइम मूवर है। (जैसे कि Cummins, Kirloskar, Mahindra आदि निर्माताओं से लिया जाता है)। इंजन को भारत में CPCB (Central Pollution Control Board) के उत्सर्जन (Emission) और शोर (Noise) मानकों का पालन करना आवश्यक है।
- अल्टरनेटर (जनरेटर) का चयन: एक अल्टरनेटर (जिसे जनरेटर भी कहते हैं, जो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में बदलता है) का चयन किया जाता है जो वांछित वोल्टेज, आवृत्ति और पावर आउटपुट (जैसे 240V, 50Hz) को पूरा करता हो।
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अन्य मुख्य घटक:
- बेस प्लेट (Base Plate): जिस पर इंजन और अल्टरनेटर दोनों को कसकर लगाया जाएगा।
- फ्यूल टैंक (Fuel Tank): डीजल रखने के लिए।
- कंट्रोल पैनल (Control Panel): DG सेट को चालू, बंद और मॉनिटर करने के लिए। (इसमें अक्सर AMF - Automatic Mains Failure पैनल भी शामिल होता है ताकि बिजली जाते ही यह अपने आप चालू हो जाए)।
- साइलेंसर/एक्जॉस्ट सिस्टम (Silencer/Exhaust System): इंजन से निकलने वाले धुएं और आवाज़ को कम करने के लिए।
2. विनिर्माण और सब-असेंबली (Manufacturing and Sub-Assembly)
यह वह चरण है जहाँ मुख्य घटकों को तैयार और जोड़ा जाता है:
- बेस फ्रेम/बेस प्लेट का निर्माण: उच्च शक्ति वाली धातुओं का उपयोग करके बेस फ्रेम (आधार) को वेल्डिंग और फैब्रिकेशन (Fabrication) के माध्यम से बनाया जाता है। यह एक स्थिर नींव प्रदान करता है।
- इंजन और अल्टरनेटर की कपलिंग: डीजल इंजन और अल्टरनेटर को सटीक रूप से संरेखित (Align) किया जाता है और बेस प्लेट पर एक साथ कपल्ड (Coupled) करके कस दिया जाता है।
- कंट्रोल पैनल असेंबली: कंट्रोल पैनल को डिज़ाइन और असेंबल किया जाता है। इसमें रिले, कॉन्टैक्टर (Contactors), सर्किट ब्रेकर और बैटरी बैंक को शामिल किया जाता है।
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कैनोपी (Canopy) का निर्माण: आवासीय DG सेट आमतौर पर साइलेंट (Silent) या ध्वनिरोधी (Acoustic) कैनोपी के भीतर आते हैं ताकि शोर को कम किया जा सके।
- स्टील शीट्स को सीएनसी मशीनों (CNC Machines) का उपयोग करके काटा और मोड़ा जाता है।
- इसमें उचित वेंटिलेशन और निकास मार्ग (Exhaust Route) का प्रावधान किया जाता है।
- आंतरिक भाग को शोर-शोषक सामग्री (Sound-absorbing material) से कवर किया जाता है।
- इस कैनोपी को जंग से बचाने के लिए पाउडर कोटिंग (Powder Coating) या पेंटिंग की जाती है।
3. अंतिम असेंबली और वायरिंग (Final Assembly and Wiring)
सभी उप-असेंबली को एक साथ लाने का काम:
- घटकों की स्थापना: इंजन-अल्टरनेटर असेंबली, फ्यूल टैंक, बैटरी और कंट्रोल पैनल को बेस फ्रेम पर स्थापित किया जाता है।
- वायरिंग और कनेक्शन: इंजन और अल्टरनेटर को कंट्रोल पैनल से जोड़ने के लिए उच्च गुणवत्ता वाले केबलों का उपयोग करके इलेक्ट्रिकल वायरिंग की जाती है। इसमें सुरक्षा मानकों का पालन करना महत्वपूर्ण है।
- एक्जॉस्ट सिस्टम इंस्टॉलेशन: साइलेंसर और एक्जॉस्ट पाइप को इंजन से जोड़ा जाता है और यह सुनिश्चित किया जाता है कि धुएं का निकास ठीक से हो।
4. गुणवत्ता नियंत्रण और परीक्षण (Quality Control and Testing)
निर्माण प्रक्रिया का यह सबसे महत्वपूर्ण चरण है:
- गुणवत्ता जांच: विनिर्माण के हर चरण के बाद, विशेष उपकरणों (जैसे डिजिटल वर्नियर कैलीपर, माइक्रोमीटर) का उपयोग करके घटकों की गुणवत्ता की जांच की जाती है।
- स्टार्ट और स्टॉप परीक्षण: यह जांचा जाता है कि इंजन स्थापित प्रक्रियाओं के अनुसार सही ढंग से चालू और बंद होता है या नहीं (विशेष रूप से AMF पैनल के साथ)।
- लोड परीक्षण (Load Test): DG सेट को उसकी पूर्ण क्षमता तक चलाकर (लोड बैंक का उपयोग करके) उसकी शक्ति वितरण क्षमता, वोल्टेज की स्थिरता और ईंधन दक्षता का परीक्षण किया जाता है।
- CPCB अनुपालन: यह सुनिश्चित किया जाता है कि शोर और उत्सर्जन के स्तर निर्धारित CPCB मानकों के भीतर हैं। इसके लिए प्रमाण पत्र (Conformity of Production - COP) प्राप्त करना आवश्यक है।
5. प्रेषण (Dispatch)
परीक्षण में सफल होने के बाद, DG सेट को ग्राहक के परिसर में स्थापित (Installed) किए जाने के लिए तैयार माना जाता है। DG सेट के आकार के आधार पर, इसे असेंबल या आंशिक रूप से डिसमेंटल (Dismantled) करके भेजा जाता है।
निर्माणकर्ता आमतौर पर अपने उत्पादों की विश्वसनीयता और दीर्घायु सुनिश्चित करने के लिए ISO जैसे अंतर्राष्ट्रीय मानकों का भी पालन करते हैं।
आवासीय डीजल जनरेटर सेट (DG Set) का मुख्य कार्य बिजली कटौती या पावर आउटेज की स्थिति में घर को अबाधित (uninterrupted) बिजली की आपूर्ति प्रदान करना है।
संक्षेप में,
यह एक स्टैंडबाय बिजली स्रोत के रूप में कार्य करता है।
यहाँ आवासीय DG सेट के मुख्य कार्य और लाभ दिए गए हैं:
1. वैकल्पिक बिजली आपूर्ति (Alternate Power Supply)
- मुख्य कार्य: जब स्थानीय बिजली ग्रिड से आपूर्ति बाधित हो जाती है (चाहे वह कुछ मिनटों के लिए हो या घंटों के लिए), DG सेट स्वचालित रूप से (यदि AMF पैनल लगा हो) या मैन्युअल रूप से चालू हो जाता है।
- परिणाम: यह घर के महत्वपूर्ण उपकरणों, जैसे लाइट्स, पंखे, रेफ्रिजरेटर (फ्रिज), एयर कंडीशनर (एसी), कंप्यूटर और पानी के पंप को बिना किसी रुकावट के बिजली देता रहता है।
2. महत्वपूर्ण उपकरणों की सुरक्षा (Protection of Critical Appliances)
- भोजन की सुरक्षा: रेफ्रिजरेटर और फ्रीजर को लगातार बिजली मिलने से भोजन खराब होने से बच जाता है।
- इंटरनेट और संचार: यह राउटर, मॉडेम और अन्य संचार उपकरणों को चालू रखता है, जिससे घर से काम करने वाले लोगों या ऑनलाइन गतिविधियों के लिए निरंतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होती है।
- सुरक्षा प्रणालियाँ: सुरक्षा कैमरे, अलार्म सिस्टम और गेट खोलने वाले उपकरणों को चालू रखता है।
3. सुविधा और जीवन की गुणवत्ता बनाए रखना (Maintaining Comfort and Quality of Life)
- आराम: गर्मी के मौसम में एसी और पंखे चलते रहते हैं, और सर्दियों में हीटर (यदि लोड क्षमता पर्याप्त हो) भी चल सकता है, जिससे घर का आराम बना रहता है।
- दैनिक जीवन: रात में बिजली जाने पर अंधेरा नहीं होता है, जिससे दैनिक कार्य बिना बाधा के चलते रहते हैं।
4. कार्य प्रक्रिया (Working Mechanism)
आवासीय DG सेट मुख्य रूप से इन चरणों में काम करता है:
- बिजली कटौती का पता लगाना: जब मुख्य ग्रिड से बिजली जाती है, तो कंट्रोल पैनल (या AMF स्विच) इस विफलता का पता लगाता है।
- स्टार्टअप: डीजल इंजन को स्वचालित रूप से (AMF के साथ) चालू किया जाता है।
- बिजली उत्पादन: डीजल इंजन चालू होने पर अल्टरनेटर को घुमाता है, जो यांत्रिक ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा (बिजली) में परिवर्तित करता है।
- लोड पर स्विच करना: एक बार जब जनरेटर स्थिर आउटपुट वोल्टेज तक पहुँच जाता है, तो यह घर के विद्युत लोड को जनरेटर की शक्ति पर स्विच कर देता है।
- शटडाउन: जब मुख्य ग्रिड से बिजली बहाल हो जाती है, तो जनरेटर कुछ मिनटों तक ठंडा होने के लिए चलता है और फिर स्वचालित रूप से बंद हो जाता है, और लोड को वापस मुख्य ग्रिड पर स्विच कर दिया जाता है।
संक्षेप में,
आवासीय DG सेट का प्राथमिक उद्देश्य आपातकालीन स्थिति में घर को एक विश्वसनीय, ऑन-डिमांड बिजली बैकअप प्रदान करना है।
आवासीय डीजल जनरेटर सेट (DG Set) का मुख्य कार्य बिजली गुल (Power Outage) होने पर आपके घर को तत्काल और निरंतर बिजली बैकअप प्रदान करना है।
इसे एक "स्टैंडबाय पावरहाउस" के रूप में समझ सकते हैं जो यह सुनिश्चित करता है कि आपके महत्वपूर्ण उपकरण और आराम बाधित न हों।
यहाँ आवासीय डीजी सेट के मुख्य कार्य विस्तृत रूप से दिए गए हैं:
1. स्वचालित बैकअप पावर प्रदान करना (Providing Automatic Backup Power)
- मूल कार्य: DG सेट का प्राथमिक कार्य वैकल्पिक ऊर्जा स्रोत के रूप में कार्य करना है। जब मुख्य बिजली ग्रिड से आपूर्ति विफल हो जाती है, तो यह तुरंत बिजली पैदा करना शुरू कर देता है।
-
स्वचालन (Automation): अधिकांश आधुनिक आवासीय DG सेट AMF (Automatic Mains Failure) पैनल से लैस होते हैं। यह पैनल:
- मुख्य बिजली के कटने का पता लगाता है।
- स्वचालित रूप से जनरेटर को चालू करता है।
- घर के लोड को जनरेटर की बिजली पर स्विच करता है।
- मुख्य बिजली बहाल होने पर जनरेटर को बंद करके लोड को वापस ग्रिड पर स्विच करता है।
2. महत्वपूर्ण उपकरणों को चालू रखना (Keeping Critical Appliances Running)
बिजली कटौती के दौरान DG सेट आपके घर के महत्वपूर्ण सिस्टम को चलाए रखता है:
- खाद्य सुरक्षा: यह रेफ्रिजरेटर और फ्रीजर को बिजली देता है, जिससे भोजन और दवाएं खराब होने से बच जाती हैं।
- आराम और सुविधा: यह लाइट्स, पंखे, और एयर कंडीशनर (AC) को चालू रखता है, जिससे गर्मी या अंधेरे में असुविधा नहीं होती है।
- संचार और कार्य: इंटरनेट राउटर, मॉडम और कंप्यूटर को बिजली देकर आपके ऑनलाइन काम और संचार को बिना रुकावट जारी रखता है।
- सुरक्षा प्रणाली: सुरक्षा कैमरे, अलार्म सिस्टम और अन्य निगरानी उपकरणों को सक्रिय रखता है।
- पानी की आपूर्ति: कुछ घरों में, यह पानी के पंप को चलाता है ताकि पानी की टंकी भरी रहे।
3. वोल्टेज और आवृत्ति विनियमन (Voltage and Frequency Regulation)
- डीजी सेट केवल बिजली पैदा नहीं करता, बल्कि यह सुनिश्चित करता है कि उत्पादित बिजली आपके घरेलू उपकरणों के लिए सुरक्षित हो।
- यह एक स्थिर वोल्टेज (जैसे 220V/240V) और स्थिर आवृत्ति (जैसे 50Hz) बनाए रखता है। यह उपकरणों को वोल्टेज के उतार-चढ़ाव (Surges) से होने वाले नुकसान से बचाता है।
4. मुख्य बिजली बहाल होने पर निर्बाध स्विचिंग (Seamless Switching on Mains Restoration)
- DG सेट का कार्य केवल चालू होना नहीं है, बल्कि मुख्य बिजली वापस आने पर उसे सुरक्षित रूप से बंद करना भी है।
- यह मुख्य आपूर्ति की वापसी का पता लगाता है, लोड को वापस ग्रिड पर स्थानांतरित (Transfer) करता है, और फिर इंजन को तुरंत बंद करने के बजाय उसे ठंडा होने (Cooling Down Period) के लिए कुछ मिनट तक चलने देता है। यह इंजन के जीवनकाल को बढ़ाने में मदद करता है।
संक्षेप में,
आवासीय डीजी सेट का कार्य आपके आधुनिक जीवन की निरंतरता (Continuity) को सुनिश्चित करना है, जिससे बिजली गुल होने का आपके दैनिक जीवन, आराम और सुरक्षा पर कम से कम प्रभाव पड़े।
आवासीय डीजल जनरेटर सेट (DG Set) का मुख्य उपयोग बिजली कटौती (Power Outage) के समय एक विश्वसनीय बैकअप बिजली स्रोत (Backup Power Source) के रूप में कार्य करना है।
संक्षेप में, यह घर को बिजली गुल होने पर भी सामान्य रूप से कार्यशील रखने के लिए उपयोग किया जाता है।
यहाँ आवासीय DG सेट के प्रमुख उपयोग और उनसे मिलने वाले लाभ दिए गए हैं:
1. आपातकालीन और बैकअप बिजली आपूर्ति (Emergency and Backup Power Supply)
- बिजली गुल होने पर निर्बाध आपूर्ति: यह इसका सबसे महत्वपूर्ण उपयोग है। जब मुख्य बिजली ग्रिड फेल हो जाता है, तो DG सेट स्वचालित रूप से (AMF पैनल के माध्यम से) या मैन्युअल रूप से चालू होकर घर को बिजली देना शुरू कर देता है।
- निरंतरता बनाए रखना: यह घर के महत्वपूर्ण लोड जैसे रोशनी, पंखे, रेफ्रिजरेटर, कंप्यूटर, और पानी के पंप को बिना किसी रुकावट के चलाता रहता है।
2. घरेलू उपकरणों की सुरक्षा और सुविधा (Safety and Convenience)
DG सेट का उपयोग सुविधा और जीवन की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए किया जाता है:
- भोजन और दवा संरक्षण: रेफ्रिजरेटर और फ्रीजर को बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करता है, जिससे भोजन और तापमान-संवेदनशील दवाएं खराब नहीं होती हैं।
- सुरक्षा: रात में अंधेरे से बचने के लिए रोशनी बनाए रखता है, और घर की सुरक्षा प्रणालियों (Security Systems), जैसे सीसीटीवी कैमरे और अलार्म, को सक्रिय रखता है।
- स्वास्थ्य उपकरण: यदि घर में कोई व्यक्ति जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरण (Life-saving medical equipment) जैसे ऑक्सीजन कंसन्ट्रेटर या वेंटिलेटर का उपयोग करता है, तो DG सेट का उपयोग उनकी निरंतर बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।
3. आधुनिक जीवन और कनेक्टिविटी (Modern Life and Connectivity)
आज के समय में, DG सेट इन कार्यों के लिए भी उपयोग होता है:
- वर्क फ्रॉम होम (Work From Home): यह वाई-फाई राउटर, लैपटॉप और अन्य संचार उपकरणों को बिजली देकर काम या पढ़ाई को जारी रखने में मदद करता है।
- मनोरंजन: यह टेलीविजन और अन्य मनोरंजन उपकरणों को चालू रखता है, जिससे परिवार का मनोरंजन बाधित नहीं होता है।
4. आवासीय परिसरों में सामूहिक उपयोग (Collective Use in Residential Complexes)
बड़े अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स या हाउसिंग सोसाइटी में, DG सेट का उपयोग निम्न के लिए किया जाता है:
- लिफ्ट और एस्केलेटर: बिजली गुल होने पर लिफ्ट को चालू रखना ताकि लोग न फंसे रहें और सुचारू आवागमन बना रहे। (विशेषकर GRAP प्रतिबंधों के दौरान भी यह सेवा अक्सर अपवाद के तौर पर अनुमत होती है)।
- सामान्य क्षेत्र की रोशनी: सीढ़ियों, कॉरिडोर और पार्किंग जैसे सामान्य क्षेत्रों में रोशनी बनाए रखना।
- जल आपूर्ति: पानी के पंपों को चलाना ताकि सभी निवासियों को पानी की आपूर्ति बनी रहे।
संक्षेप में,
आवासीय DG सेट का मुख्य उद्देश्य बिजली की अस्थिरता (Instability) या अभाव की स्थिति में घर को एक भरोसेमंद और स्थायी बिजली समाधान प्रदान करना है।
औद्योगिक डीजी सेट (Industrial DG Set) ऐसे डीज़ल जनरेटर सेट होते हैं जिन्हें विशेष रूप से बड़े उद्योगों, कारखानों, निर्माण स्थलों, डेटा सेंटरों, अस्पतालों और बड़े वाणिज्यिक परिसरों में बिजली की निरंतर और भारी मांग को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
इन सेटों का मुख्य उद्देश्य बिजली कटौती के दौरान बैकअप पावर प्रदान करना या उन दूरदराज के स्थानों पर मुख्य पावर स्रोत के रूप में काम करना है जहाँ ग्रिड की बिजली उपलब्ध नहीं है।
औद्योगिक डीजी सेट की मुख्य विशेषताएं
औद्योगिक अनुप्रयोगों की मांगों को पूरा करने के लिए, इन डीजी सेट में निम्नलिखित विशेषताएं होती हैं:
विशेषता (Feature) |
विवरण (Description) |
---|---|
उच्च क्षमता और निरंतर संचालन (High Capacity & Continuous Duty) |
इनकी क्षमता बहुत अधिक होती है, जो 100 kVA से लेकर 2000 kVA या उससे भी अधिक हो सकती है। इन्हें लंबे समय तक और अक्सर 24/7 निरंतर संचालन के लिए डिज़ाइन किया जाता है। |
मजबूत निर्माण (Rugged Construction) |
ये भारी-भरकम, टिकाऊ (Durable) और मजबूत होते हैं ताकि औद्योगिक वातावरण और कठिन परिचालन परिस्थितियों का सामना कर सकें। |
एकाधिक सुरक्षा प्रणालियाँ (Multiple Safety Systems) |
इनमें उन्नत नियंत्रण पैनल (Control Panel) होते हैं जो उच्च तापमान (Overheating), कम तेल दबाव, ओवरलोड (Overload), और ओवरस्पीड (Overspeed) जैसी स्थितियों में स्वतः (Automatic) ही शटडाउन हो जाते हैं, जिससे उपकरण सुरक्षित रहता है। |
स्वचालन और एटीएस (ATS) |
ये आमतौर पर स्वचालित स्थानांतरण स्विच (ATS - Automatic Transfer Switch) के साथ एकीकृत होते हैं। बिजली कटने पर DG सेट अपने आप चालू हो जाता है और लोड को ATS के माध्यम से सप्लाई करता है। |
शोर प्रबंधन (Noise Management) |
हालांकि आवासीय सेटों की तुलना में ये अधिक शोर करते हैं (आमतौर पर 80 से 100 dB तक हो सकता है), फिर भी इन्हें CPCB (Central Pollution Control Board) जैसे नियामक निकायों के उत्सर्जन और शोर मानदंडों का पालन करने के लिए ध्वनिक संलग्नक (Acoustic Enclosures/Silent Canopies) के साथ भी स्थापित किया जाता है। |
ईंधन दक्षता (Fuel Efficiency) |
निरंतर चलने के कारण, ईंधन की खपत एक महत्वपूर्ण कारक होती है। इसलिए, इन्हें उन्नत इंजन विन्यास के साथ डिज़ाइन किया जाता है जो भारी लोड पर भी उच्च ईंधन दक्षता प्रदान करते हैं। |
औद्योगिक अनुप्रयोग (Industrial Applications)
- विनिर्माण और कारखाने (Manufacturing Plants): मशीनरी, असेंबली लाइन और गुणवत्ता नियंत्रण प्रणालियों के लिए निर्बाध बिजली।
- डेटा सेंटर और आईटी उद्योग: महत्वपूर्ण डेटा और सर्वरों को लगातार बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना।
- अस्पताल और चिकित्सा सुविधाएँ: जीवन रक्षक उपकरणों, ऑपरेटिंग रूम और आपातकालीन सेवाओं के लिए बैकअप पावर।
- निर्माण स्थल (Construction Sites): बिजली ग्रिड से दूर ड्रिलर, क्रेन, और अन्य भारी मशीनरी को चलाने के लिए मुख्य पावर स्रोत के रूप में।
- लॉजिस्टिक्स और कोल्ड स्टोरेज: इन्वेंट्री सिस्टम और रेफ्रिजरेशन को बिना रुकावट के चलाने के लिए।
क्षमता (Capacity) का चयन
औद्योगिक डीजी सेट का चयन करते समय, लोड की सटीक गणना (Load Calculation) करना सबसे महत्वपूर्ण है। इसमें निम्नलिखित कारकों को ध्यान में रखा जाता है:
- कनेक्टेड लोड (Connected Load): प्लांट में सभी उपकरणों की कुल शक्ति।
- अधिकतम मांग (Maximum Demand): एक साथ उपयोग होने वाली अधिकतम शक्ति।
- मोटर स्टार्टिंग करंट (Motor Starting Current): इंडक्शन मोटर्स और अन्य बड़े उपकरणों के शुरुआती झटके (Starting Jolt) को संभालने की क्षमता।
- पावर फैक्टर (Power Factor - PF): आमतौर पर उद्योग 3-फेज आउटपुट और 0.8 PF पर चलते हैं।
इन गणनाओं के आधार पर,
एक उपयुक्त kVA रेटिंग वाला डीजी सेट चुना जाता है ताकि वह अधिकतम लोड पर भी कुशलता से काम कर सके।
औद्योगिक डीजल जनरेटर सेट (DG Set) का निर्माण एक जटिल प्रक्रिया है जिसमें विभिन्न प्रमुख घटकों को एक साथ लाकर एक विश्वसनीय और उच्च-शक्ति वाला बिजली उत्पादन उपकरण तैयार किया जाता है।
यह प्रक्रिया मुख्य रूप से एक असेंबली और इंटीग्रेशन (Assembly and Integration) गतिविधि है, न कि शून्य से घटकों के निर्माण की।
औद्योगिक डीजी सेट के निर्माण के मुख्य चरण निम्नलिखित हैं:
1. डिज़ाइन और घटक चयन (Design and Component Selection)
निर्माण प्रक्रिया ग्राहक की विशिष्ट आवश्यकताओं को समझने से शुरू होती है:
- जनरेटर का प्रकार निर्धारित करना: क्या यह प्राइम पावर (निरंतर उपयोग) के लिए होगा या स्टैंडबाय (आपातकालीन बैकअप) के लिए?
- क्षमता निर्धारण (Capacity Determination): ग्राहक की बिजली की मांग (kW, kVA) और लोड विशेषताओं (जैसे मोटर स्टार्टिंग करंट, हार्मोनिक सामग्री) के आधार पर जनरेटर सेट की क्षमता तय करना।
-
प्रमुख घटकों का चयन और सोर्सिंग:
- डीजल इंजन (Prime Mover): उचित घूर्णी गति, ईंधन इंजेक्शन तकनीक और उत्सर्जन मानकों (Emission Standards) को ध्यान में रखते हुए इंजन मॉडल का चयन करना और इसे विशिष्ट निर्माता (जैसे कमिंस, पर्किन्स, वोल्वो) से प्राप्त करना।
- अल्टरनेटर/जनरेटर: वांछित वोल्टेज, आवृत्ति और शक्ति कारक (Power Factor) के अनुरूप अल्टरनेटर का चयन करना।
2. बेस फ्रेम और सहायक प्रणाली का निर्माण (Base Frame and Auxiliary System Fabrication)
- बेस फ्रेम (Base Frame / Skid) निर्माण: स्टील फैब्रिकेशन का उपयोग करके एक मजबूत आधार प्लेट या चेसिस बनाया जाता है। यह फ्रेम पूरे सेट के वजन को वहन करता है और कंपन (Vibration) को अवशोषित करता है।
- ईंधन टैंक (Fuel Tank) का एकीकरण: अक्सर बेस फ्रेम के भीतर ही एक दिन के लिए पर्याप्त ईंधन क्षमता वाला टैंक एकीकृत (Integrated) किया जाता है।
- कैनोपी (Canopy) का निर्माण (यदि साइलेंट सेट है): शोर कम करने के लिए धातु की चादरों (Sheet Metal) को काटा, पंच किया, मोड़ा (Bending) जाता है, और फिर पाउडर कोटिंग (Powder Coating) या पेंटिंग के माध्यम से जंग-रोधी बनाया जाता है। इस कैनोपी के अंदर ध्वनि-अवशोषित सामग्री (Acoustic Material) लगाई जाती है।
3. यांत्रिक असेंबली और युग्मन (Mechanical Assembly and Coupling)
- इंजन और अल्टरनेटर की माउंटिंग: डीजल इंजन और अल्टरनेटर को बेस फ्रेम पर एंटी-वाइब्रेशन माउंट्स (Anti-Vibration Mounts) का उपयोग करके मजबूती से स्थापित किया जाता है।
- युग्मन (Coupling) और संरेखण (Alignment): इंजन के क्रैंकशाफ्ट को अल्टरनेटर के रोटर से जोड़ा जाता है। जनरेटर सेट के सुचारू और कुशल संचालन के लिए इन दोनों प्रमुख घटकों का सटीक यांत्रिक संरेखण (Mechanical Alignment) सुनिश्चित करना महत्वपूर्ण है।
- शीतलन और निकास प्रणाली (Cooling and Exhaust System): रेडिएटर, पंखे और कूलिंग सिस्टम को जोड़ा जाता है। इंजन से उत्पन्न होने वाली निकास गैसों के लिए साइलेंसर और निकास पाइप (Exhaust Pipe) स्थापित किए जाते हैं।
4. विद्युत और नियंत्रण प्रणाली का एकीकरण (Electrical and Control System Integration)
- कंट्रोल पैनल असेंबली: जनरेटर सेट का हृदय, कंट्रोल पैनल, डिज़ाइन किया और असेंबल किया जाता है। इसमें गेज (मीटर), रिले (Relays), सर्किट ब्रेकर, और ऑटोमैटिक मेन्स फेल्योर (AMF) कंट्रोलर लगाए जाते हैं।
- वायरिंग (Wiring): इंजन (बैटरी, सेंसर, एक्चुएटर) और अल्टरनेटर (आउटपुट टर्मिनल, AVR) को कंट्रोल पैनल से उच्च गुणवत्ता वाले केबलों के माध्यम से जोड़ा जाता है।
- सुरक्षा उपकरण: कम तेल, उच्च तापमान, या ओवरलोड जैसी त्रुटियों के लिए सुरक्षात्मक उपकरण लगाए जाते हैं।
5. परीक्षण और गुणवत्ता नियंत्रण (Testing and Quality Control)
यह निर्माण का सबसे महत्वपूर्ण चरण है:
- नो-लोड और फुल-लोड परीक्षण: जनरेटर सेट को विभिन्न भारों पर चलाया जाता है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि यह अपेक्षित वोल्टेज, आवृत्ति और आउटपुट शक्ति प्रदान कर रहा है।
- ईंधन दक्षता परीक्षण: ईंधन की खपत (Fuel Consumption) की जाँच की जाती है।
- स्टार्ट/स्टॉप और सुरक्षा परीक्षण: इंजन के सही ढंग से शुरू होने और रुकने की जाँच की जाती है, साथ ही सुरक्षा प्रणालियों (जैसे आपातकालीन शटडाउन) की कार्यक्षमता का परीक्षण किया जाता है।
- उत्सर्जन और शोर नियंत्रण परीक्षण (यदि लागू हो): साइलेंट सेट के लिए शोर स्तर और नियामक मानकों के अनुसार निकास उत्सर्जन की जाँच की जाती है।
6. अंतिम रूप देना और प्रेषण (Finishing and Dispatch)
सफलतापूर्वक परीक्षण के बाद, जनरेटर सेट को अंतिम रूप दिया जाता है:
- ब्रांडिंग: कंपनी का लोगो और लेबल लगाए जाते हैं।
- पैकिंग और प्रेषण: आकार के आधार पर, सेट को असेंबल या डिसमेंटल (Dismantled) स्थिति में ग्राहक के स्थान पर भेजा जाता है, साथ में परिचालन और रखरखाव मैनुअल भी दिए जाते हैं।
इस प्रकार,
औद्योगिक DG सेट का निर्माण विभिन्न विशेष घटकों की इंजीनियरिंग डिजाइन, सटीक फैब्रिकेशन और एक जटिल असेंबली प्रक्रिया का परिणाम होता है।
औद्योगिक डीजी सेट (DG Set) का मुख्य कार्य बड़े पैमाने पर बिजली की ज़रूरतों को पूरा करना और महत्वपूर्ण औद्योगिक प्रक्रियाओं में बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करना है। ये सेट आवासीय सेटों की तुलना में बहुत अधिक शक्तिशाली और जटिल होते हैं।
औद्योगिक डीजी सेट के प्रमुख कार्य और उपयोग निम्नलिखित हैं:
1. स्टैंडबाय (आपातकालीन) बिजली आपूर्ति (Standby/Emergency Power Supply)
यह DG सेट का सबसे आम उपयोग है।
- पावर आउटेज के दौरान सुरक्षा: जब मुख्य बिजली ग्रिड फेल हो जाता है, तो DG सेट स्वचालित रूप से चालू हो जाता है और उद्योगों, डेटा केंद्रों, अस्पतालों या विनिर्माण इकाइयों में बिजली की आपूर्ति करता है।
- वित्तीय हानि से बचाव: बिजली कटौती के कारण होने वाले भारी उत्पादन नुकसान (Production Loss), डेटा हानि, या महत्वपूर्ण परिचालन (Critical Operations) के रुकने से बचाता है।
2. प्राइम पावर (मुख्य) स्रोत (Prime Power Source)
कुछ स्थितियों में, DG सेट को मुख्य बिजली स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है:
- दूरस्थ स्थान: खनन स्थलों, तेल रिग्स, निर्माण स्थलों या दूरदराज के समुदायों में जहाँ ग्रिड की बिजली उपलब्ध नहीं होती है या पहुँचाना महंगा होता है, वहाँ DG सेट निरंतर बिजली प्रदान करता है।
- ग्रिड से स्वतंत्रता: यह सुनिश्चित करता है कि परिचालन पूरी तरह से बाहरी ग्रिड पर निर्भर न हो।
3. पीक लोडिंग या लोड शेडिंग में सहायता (Peak Lopping or Load Shedding Support)
- पीक शेविंग (Peak Shaving): जब ग्रिड की बिजली की दरें सबसे अधिक होती हैं (पीक आवर्स में), तो उद्योग DG सेट को चालू करके ग्रिड से कम बिजली लेते हैं। इससे बिजली बिल में काफी बचत होती है।
- लोड प्रबंधन: बिजली विभाग द्वारा लोड शेडिंग (निश्चित समय के लिए बिजली कटौती) किए जाने पर, DG सेट को चालू करके उत्पादन को बिना किसी रुकावट के जारी रखा जाता है।
4. स्थिर बिजली गुणवत्ता सुनिश्चित करना (Ensuring Stable Power Quality)
- वोल्टेज और आवृत्ति स्थिरता: औद्योगिक उपकरण (जैसे CNC मशीनें) बिजली की गुणवत्ता के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं। DG सेट एक स्थिर वोल्टेज और आवृत्ति बनाए रखता है, जो ग्रिड में होने वाले उतार-चढ़ाव से उपकरणों को सुरक्षित रखता है।
- समकालिकता (Synchronization): बड़े संयंत्रों में, कई DG सेट को एक साथ जोड़कर चलाया जाता है (जिसे पैरालेलिंग कहते हैं)। यह प्रणाली आवश्यकतानुसार लोड के अनुसार जनरेटर को चालू या बंद करके बिजली को कुशलतापूर्वक वितरित करती है।
5. विशेष अनुप्रयोग (Special Applications)
- अस्पताल और डेटा केंद्र: जीवन रक्षक उपकरणों, सर्वर और कूलिंग सिस्टम को 24/7 निर्बाध बिजली प्रदान करना।
- विनिर्माण: स्वचालित असेंबली लाइन, रोबोटिक्स और भारी मशीनरी को बिजली देना ताकि उत्पादन निरंतर चलता रहे।
- निर्माण: कंक्रीट मिक्सर, क्रेन और वेल्डिंग मशीनों जैसे उच्च-शक्ति उपकरणों को अस्थायी बिजली प्रदान करना।
औद्योगिक डीजल जनरेटर सेट (DG Set) के मुख्य कार्य व्यावसायिक और औद्योगिक संचालन की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए उच्च-क्षमता वाली बिजली प्रदान करना है।
ये सेट बड़े और अधिक जटिल होते हैं, जिनके कार्य आवासीय सेटों से कहीं अधिक व्यापक होते हैं।
औद्योगिक DG सेट के मुख्य कार्य निम्नलिखित हैं:
1. आपातकालीन और स्टैंडबाय पावर (Emergency & Standby Power)
यह औद्योगिक DG सेट का सबसे आवश्यक कार्य है।
- महत्वपूर्ण प्रक्रिया सुरक्षा: मुख्य बिजली ग्रिड फेल होने पर यह तुरंत चालू हो जाता है ताकि विनिर्माण लाइनों, डेटा केंद्रों, अस्पतालों या दूरसंचार टावरों जैसे महत्वपूर्ण परिचालन (Critical Operations) को रुकने न दे।
- डाटा और उपकरण संरक्षण: यह सुनिश्चित करता है कि सर्वर, संवेदनशील मशीनरी (जैसे CNC), और सुरक्षा प्रणालियों को अचानक पावर लॉस से नुकसान न पहुँचे।
2. प्राइम या मुख्य बिजली उत्पादन (Prime Power Generation)
- ग्रिड रहित संचालन: यह उन दूरस्थ स्थानों (जैसे खनन स्थल, तेल रिग, या बड़े निर्माण परियोजनाएँ) पर मुख्य बिजली स्रोत के रूप में कार्य करता है जहाँ सार्वजनिक बिजली ग्रिड उपलब्ध नहीं है।
- स्वतंत्र ऊर्जा स्रोत: यह ग्रिड से पूरी तरह स्वतंत्र एक स्थिर और विश्वसनीय ऊर्जा स्रोत प्रदान करता है, जिससे परिचालन में कोई बाधा नहीं आती।
3. पीक लोडिंग और लागत प्रबंधन (Peak Lopping & Cost Management)
- पीक शेविंग (Peak Shaving): यह सेट का उपयोग तब किया जाता है जब ग्रिड की बिजली की कीमतें बहुत अधिक होती हैं (पीक आवर्स)। उद्योग ग्रिड से बिजली लेना कम करके या DG सेट पर स्विच करके बिजली बिल में कटौती करते हैं।
- लोड शेडिंग प्रबंधन: बिजली वितरण कंपनियों द्वारा नियंत्रित बिजली कटौती (लोड शेडिंग) की अवधि के दौरान यह उत्पादन को जारी रखने में सहायता करता है।
4. बिजली की गुणवत्ता और स्थिरता (Power Quality & Stability)
- वोल्टेज और आवृत्ति विनियमन: औद्योगिक उपकरण बिजली की गुणवत्ता के प्रति अत्यंत संवेदनशील होते हैं। DG सेट एक स्थिर वोल्टेज और आवृत्ति बनाए रखता है, जो ग्रिड में होने वाले अस्थिर उतार-चढ़ाव से बेहतर होती है।
- समानांतर संचालन (Paralleling): बड़े औद्योगिक परिसर में, कई DG सेट को एक साथ जोड़ा जाता है ताकि लोड बढ़ने पर एक साथ बिजली प्रदान की जा सके, या लोड कम होने पर सेट को बंद किया जा सके। यह अधिकतम दक्षता सुनिश्चित करता है।
5. विशेष अनुप्रयोग (Specialised Applications)
- अस्पताल: जीवन समर्थन प्रणालियों, ऑपरेशन थिएटर और ICU को निर्बाध बिजली प्रदान करना।
- डेटा सेंटर: सर्वर के लिए कूलिंग और पावर सुनिश्चित करना, क्योंकि एक पल की बिजली कटौती से भारी डेटा और वित्तीय नुकसान हो सकता है।
- उत्पादन इकाइयाँ: उच्च-टॉर्क (High-Torque) वाली मोटर्स और कंप्रेसर जैसी भारी मशीनरी को आवश्यक बिजली प्रदान करना।
औद्योगिक डीजल जनरेटर सेट (DG Set) का मुख्य उपयोग बड़े पैमाने पर और निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करना है ताकि महत्वपूर्ण औद्योगिक और वाणिज्यिक कार्यों में कोई रुकावट न आए।
औद्योगिक DG सेट के प्रमुख उपयोग और अनुप्रयोग निम्नलिखित हैं:
1. आपातकालीन और बैकअप बिजली आपूर्ति (Emergency and Standby Power)
यह औद्योगिक DG सेट का सबसे महत्वपूर्ण और प्राथमिक उपयोग है।
- ग्रिड विफलता की स्थिति में: जब मुख्य बिजली ग्रिड फेल हो जाता है (बिजली कट जाती है), तो DG सेट स्वचालित रूप से चालू हो जाता है (अक्सर ATS-ऑटोमैटिक ट्रांसफर स्विच के माध्यम से) और तुरंत बिजली की आपूर्ति शुरू कर देता है।
- महत्वपूर्ण क्षेत्रों में निरंतरता: यह सुनिश्चित करता है कि अस्पताल (जीवन रक्षक उपकरण), डेटा केंद्र (सर्वर), विनिर्माण कारखाने (उत्पादन लाइनें), और दूरसंचार केंद्र बिना किसी रुकावट के काम करते रहें, जिससे भारी वित्तीय और परिचालन नुकसान से बचा जा सके।
2. प्राइम या मुख्य बिजली स्रोत (Prime Power Source)
कुछ स्थितियों में, DG सेट को 24/7 मुख्य बिजली स्रोत के रूप में उपयोग किया जाता है।
- दूरस्थ और ऑफ-ग्रिड स्थान: खनन स्थल, तेल और गैस रिग, बड़े निर्माण स्थल, या दूरदराज के द्वीप/पहाड़ी क्षेत्र, जहाँ बिजली ग्रिड की सुविधा नहीं पहुँच पाती है, वहाँ DG सेट निरंतर बिजली प्रदान करता है।
- स्वतंत्र संचालन: यह बिजली ग्रिड पर निर्भरता को पूरी तरह से समाप्त कर देता है।
3. पीक लोडिंग या लागत बचत (Peak Lopping & Cost Saving)
- पीक शेविंग: जब ग्रिड की बिजली दरें "पीक आवर्स" (सबसे अधिक मांग वाले समय) के दौरान बहुत अधिक होती हैं, तो उद्योग ग्रिड से बिजली लेने के बजाय DG सेट को चलाकर अपनी बिजली की मांग को पूरा करते हैं। इससे बिजली बिल में उल्लेखनीय बचत होती है।
- वैकल्पिक बिजली: लोड शेडिंग (बिजली विभाग द्वारा की गई कटौती) के समय सामान्य उत्पादन और कार्य को जारी रखने के लिए DG सेट का उपयोग किया जाता है।
4. विशेष औद्योगिक अनुप्रयोग
DG सेट अपनी उच्च शक्ति, विश्वसनीयता और मजबूत निर्माण के कारण विभिन्न उद्योगों में अनिवार्य हैं:
उद्योग |
मुख्य उपयोग (अनुप्रयोग) |
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विनिर्माण और कारखाने |
स्वचालित उत्पादन लाइनों, सटीक मशीनरी (CNC), कंप्रेसर और HVAC (जलवायु नियंत्रण) प्रणालियों को निरंतर बिजली देना ताकि उत्पादन प्रभावित न हो। |
डेटा केंद्र |
सर्वरों के लिए निर्बाध और स्थिर बिजली (UPS के साथ संयोजन में) सुनिश्चित करना, डेटा हानि और सिस्टम क्रैश को रोकना। |
अस्पताल और स्वास्थ्य सेवा |
ऑपरेशन थिएटर, वेंटिलेटर, और चिकित्सा उपकरणों को बैकअप बिजली देना। |
निर्माण और अवसंरचना |
क्रेन, वेल्डिंग उपकरण, और निर्माण वाहनों को बिजली देने के लिए अक्सर मोबाइल पावर के रूप में। |
खुदाई (Mining) |
दूरदराज के खनन स्थलों पर भारी उपकरणों और आवासों को शक्ति देना। |
वाणिज्यिक भवन |
बड़े शॉपिंग मॉल, होटल, और ऊंची इमारतों में लिफ्ट, सुरक्षा प्रणालियों, रोशनी और AC को बिजली देना। |
वाणिज्यिक डीजी सेट (Commercial DG Set) ऐसे डीज़ल जनरेटर सेट होते हैं जिन्हें मुख्य रूप से व्यापारिक या व्यावसायिक प्रतिष्ठानों जैसे कार्यालय भवनों, शॉपिंग मॉल, होटलों, अस्पतालों, बड़े रिटेल स्टोर, और शैक्षिक संस्थानों को बिजली प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
ये सेट ग्रिड पावर फेल होने पर स्टैंडबाय या बैकअप पावर प्रदान करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, जिससे व्यावसायिक कार्य और ग्राहक सेवाएं बिना किसी रुकावट के चलती रहती हैं।
वाणिज्यिक डीजी सेट की क्षमता और विशेषताएं
वाणिज्यिक डीजी सेट, आवासीय सेटों से बड़े लेकिन भारी औद्योगिक सेटों से छोटे हो सकते हैं। इनकी मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
विशेषता (Feature) |
विवरण (Description) |
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क्षमता सीमा (Capacity Range) |
इनकी क्षमता आमतौर पर 20 kVA से लेकर 500 kVA तक होती है, हालांकि बड़े वाणिज्यिक परिसरों में 1000 kVA तक के सेट भी इस्तेमाल किए जा सकते हैं। |
स्वचालित ऑपरेशन (Automatic Operation) |
ये लगभग हमेशा स्वचालित स्थानांतरण स्विच (ATS) के साथ आते हैं। बिजली कटने पर DG सेट अपने आप चालू हो जाता है और बिजली वापस आने पर अपने आप बंद भी हो जाता है। |
ध्वनि नियंत्रण (Noise Control) |
चूंकि ये सेट अक्सर शहरी या व्यावसायिक क्षेत्रों में स्थापित किए जाते हैं, इसलिए ध्वनिक संलग्नक (Acoustic Enclosures) या साइलेंट कैनोपी का उपयोग किया जाता है। ये शोर के स्तर को CPCB (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) के मानकों के अनुसार नियंत्रित रखते हैं। |
शीघ्र प्रतिक्रिया (Quick Response) |
ये महत्वपूर्ण उपकरणों जैसे लिफ्ट, कंप्यूटर सिस्टम, लाइटिंग और सुरक्षा प्रणालियों को बिजली बहाल करने के लिए जल्दी से शुरू (Quick Start) होने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। |
विश्वसनीयता (Reliability) |
व्यावसायिक कार्यों में नुकसान से बचने के लिए, इन सेटों को उच्च विश्वसनीयता और न्यूनतम रखरखाव की आवश्यकता के लिए बनाया जाता है। |
मोनिटरिंग और नियंत्रण (Monitoring & Control) |
इनमें उन्नत कंट्रोल पैनल होते हैं जो डीजी सेट के वोल्टेज, करंट, इंजन तापमान, तेल का दबाव और ईंधन स्तर जैसी महत्वपूर्ण रीडिंग को ट्रैक करते हैं। |
वाणिज्यिक डीजी सेट के मुख्य अनुप्रयोग (Uses)
वाणिज्यिक डीजी सेट का उपयोग उन सभी स्थानों पर होता है जहाँ बिजली का अचानक जाना बड़े वित्तीय नुकसान या सेवाओं में रुकावट का कारण बन सकता है:
- अस्पताल और क्लीनिक: आपातकालीन चिकित्सा उपकरणों, जीवन रक्षक प्रणालियों और ऑपरेटिंग रूम को बिजली देना।
- शॉपिंग मॉल और रिटेल आउटलेट: लाइटिंग, एस्केलेटर, एयर कंडीशनिंग, और कैशियर सिस्टम को चालू रखना ताकि बिक्री और ग्राहक सुरक्षा प्रभावित न हो।
- होटल और रेस्तरां: ग्राहकों को लिफ्ट, लाइटिंग और रेफ्रिजरेशन जैसी सुविधाओं की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करना।
- कार्यालय भवन (Offices) और आईटी पार्क: कंप्यूटर, सर्वर और संचार प्रणालियों को चलाए रखना ताकि डेटा का नुकसान न हो और काम बाधित न हो।
- शैक्षिक संस्थान (Schools/Colleges): बड़े परिसरों और प्रयोगशालाओं को बिजली देना।
- डेटा सेंटर: यह सुनिश्चित करना कि महत्वपूर्ण सर्वर और कूलिंग सिस्टम बिना किसी रुकावट के काम करते रहें।
- वित्तीय संस्थान (Banks): एटीएम और बैंकिंग परिचालन को चालू रखना।
संक्षेप में,
वाणिज्यिक डीजी सेट किसी भी व्यवसाय के लिए एक आवश्यक निवेश है जो ग्राहकों को बेहतर सेवा देने और ग्रिड विफलताओं के दौरान परिचालन दक्षता बनाए रखने पर निर्भर करता है।
वाणिज्यिक (Commercial) डीजी सेट का निर्माण वास्तव में घटकों को असेंबल करने और उन्हें एक एकीकृत, उच्च-प्रदर्शन प्रणाली में ढालने की प्रक्रिया है। विनिर्माण प्रक्रिया में मुख्य रूप से चार चरण होते हैं।
डीजी सेट के प्रमुख घटक हैं: डीजल इंजन (Prime Mover), अल्टरनेटर (Alternator), और नियंत्रण पैनल (Control Panel)। निर्माता इन घटकों को विशिष्ट ग्राहकों की आवश्यकतानुसार असेंबल करते हैं।
1. डिज़ाइन और घटक चयन (Design and Component Selection)
निर्माण का पहला चरण ग्राहक की बिजली की मांग और उपयोग के आधार पर सेट की विशिष्टताओं को तय करना है:
- लोड आवश्यकता का अध्ययन: इंजीनियर यह निर्धारित करते हैं कि ग्राहक को कितनी बिजली (kVA या kW में), किस वोल्टेज और आवृत्ति (जैसे 50 Hz या 60 Hz) की आवश्यकता है, और क्या न्यूनतम स्टार्टअप अवधि या लोड में उतार-चढ़ाव की विशेष आवश्यकताएँ हैं।
-
इंजन और अल्टरनेटर की खरीद:
- उपयुक्त डीजल इंजन (प्राइम मूवर) का चयन किया जाता है। इंजन का प्रकार (सिलेंडरों की संख्या, कूलिंग सिस्टम आदि) आउटपुट और दक्षता को प्रभावित करता है।
- लोड की आवश्यकता को पूरा करने के लिए एक उपयुक्त अल्टरनेटर (जनरेटर) की खरीद की जाती है।
- बेस फ्रेम डिज़ाइन: इंजन, अल्टरनेटर और अन्य प्रणालियों को रखने के लिए एक मजबूत बेस प्लेट (बेस फ्रेम या स्किड) का डिज़ाइन और निर्माण किया जाता है।
2. यांत्रिक असेंबली और एकीकरण (Mechanical Assembly and Integration)
इस चरण में मुख्य घटक एक साथ लाए जाते हैं:
- बेस फ्रेम निर्माण: स्टील की चादरों का उपयोग करके बेस फ्रेम, ईंधन टैंक और बाहरी बाड़े (कैनोपी) का निर्माण किया जाता है। यदि यह साइलेंट डीजी सेट है, तो ध्वनिरोधी (Acoustic) सामग्री वाली कैनोपी (Enclosure) का निर्माण होता है।
- कपलिंग (Coupling): डीजल इंजन और अल्टरनेटर को कपलिंग के माध्यम से कसकर जोड़ा जाता है और उन्हें बेस फ्रेम पर मजबूती से स्थापित किया जाता है। यह सुनिश्चित किया जाता है कि दोनों घटकों का एलाइनमेंट (Alignment) सटीक हो।
-
सहायक प्रणालियों का एकीकरण:
- शीतलन प्रणाली (Cooling System) - रेडिएटर को जोड़ना।
- ईंधन प्रणाली (Fuel System) - इंजन को ईंधन टैंक से जोड़ना।
- निकास प्रणाली (Exhaust System) - निकास पाइप और साइलेंसर (मफलर) को लगाना, ताकि शोर कम हो सके।
3. विद्युत और नियंत्रण पैनल असेंबली (Electrical and Control Panel Assembly)
यह डीजी सेट का "मस्तिष्क" है।
- कंट्रोल पैनल डिज़ाइन: एक नियंत्रण पैनल डिज़ाइन और असेंबल किया जाता है। इसमें वोल्टेज मीटर, एम्पीयर मीटर, RPM सेंसर, और सुरक्षा रिले जैसे उपकरण शामिल होते हैं।
- ऑटोमैटिक कंट्रोल सिस्टम: बड़े वाणिज्यिक सेटों में, कंट्रोल पैनल में ऑटोमैटिक कंट्रोल सिस्टम (जैसे PLC) होता है जो यह सुनिश्चित करता है कि बिजली कटने पर DG सेट स्वचालित रूप से स्टार्ट (AutoStart) हो जाए और बिजली वापस आने पर स्वचालित रूप से बंद हो जाए।
- वायरिंग और कनेक्शन: अल्टरनेटर को कंट्रोल पैनल से और फिर आवश्यक उपकरणों (जैसे एटीएस - ऑटोमैटिक ट्रांसफर स्विच) के साथ जोड़ा जाता है।
4. गुणवत्ता नियंत्रण और परीक्षण (Quality Control and Testing)
अंतिम चरण में, सेट को ग्राहक को भेजने से पहले उसकी कार्यक्षमता और गुणवत्ता की पुष्टि की जाती है:
- स्टार्ट और स्टॉप टेस्ट: यह जांचा जाता है कि इंजन सही ढंग से चालू और बंद हो रहा है या नहीं।
- लोड टेस्ट (Load Test): लोड बैंक (Load Bank) का उपयोग करके जनरेटर को उसकी अधिकतम क्षमता तक चलाकर यह सुनिश्चित किया जाता है कि वह स्थिर वोल्टेज और आवृत्ति पर आवश्यक बिजली प्रदान कर सकता है।
- ईंधन दक्षता: इंजन की ईंधन खपत और दक्षता की जांच की जाती है।
- मानक अनुपालन: यह सुनिश्चित किया जाता है कि DG सेट राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय मानकों (जैसे IS 10001) और प्रदूषण नियंत्रण (Emission Norms) नियमों का पालन करता है।
सफल परीक्षण के बाद,
DG सेट को पैक करके ग्राहक के स्थान पर भेजा जाता है, जहाँ उसे इंस्टॉल किया जाता है। छोटे सेट असेंबल किए हुए भेजे जाते हैं, जबकि बड़े सेट को साइट पर अलग-अलग मॉड्यूल में ले जाया जाता है और वहाँ असेंबल किया जाता है।
वाणिज्यिक डीजी सेट (Commercial DG Set) का कार्य औद्योगिक डीजी सेट के कार्यों के समान ही होता है, लेकिन इसका उपयोग मुख्य रूप से लाभ-उन्मुख व्यवसायों और सेवा-क्षेत्र की संस्थाओं में बिजली की निरंतरता सुनिश्चित करने के लिए किया जाता है।
वाणिज्यिक DG सेट के प्रमुख कार्य निम्नलिखित हैं:
1. आपातकालीन बैकअप बिजली आपूर्ति (Emergency Backup Power Supply)
यह वाणिज्यिक DG सेट का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है।
- व्यवसाय निरंतरता (Business Continuity): बिजली कटौती (Power Outage) के दौरान तुरंत बिजली प्रदान करना ताकि कार्यालयों, खुदरा स्टोरों, बैंकों, होटलों और मॉल में काम निर्बाध रूप से जारी रहे।
- ग्राहक सेवा सुरक्षा: ग्राहकों को असुविधा से बचाना, जैसे कि लिफ्ट का रुकना, एयर कंडीशनिंग का बंद होना, या प्वाइंट-ऑफ-सेल (POS) सिस्टम का काम न करना।
- डेटा और सुरक्षा: महत्वपूर्ण सर्वर, संचार प्रणालियों, और सुरक्षा कैमरों को बिजली देकर डेटा हानि या सुरक्षा जोखिमों से बचाना।
2. प्राइम पावर/दूरस्थ संचालन (Prime Power / Remote Operations)
हालांकि औद्योगिक सेटों जितना व्यापक नहीं, फिर भी कुछ वाणिज्यिक अनुप्रयोगों में यह मुख्य शक्ति स्रोत के रूप में काम करता है:
- अस्थायी स्थल: आउटडोर इवेंट्स, फिल्मों की शूटिंग, या अस्थायी वाणिज्यिक प्रदर्शनियों में जहाँ ग्रिड की बिजली उपलब्ध नहीं होती है, वहाँ DG सेट मुख्य बिजली प्रदान करता है।
- दूरस्थ कार्यस्थल: दूरदराज के क्षेत्रों में स्थित छोटे कार्यालयों या फील्ड ऑपरेशन सेंटरों को बिजली देना।
3. पीक लोडिंग में कमी (Peak Load Reduction)
- लागत नियंत्रण (Cost Control): बिजली की अधिक मांग वाले समय (पीक आवर्स) में, जब ग्रिड से बिजली लेना महंगा होता है, तो वाणिज्यिक प्रतिष्ठान (जैसे बड़े होटल या कॉर्पोरेट कार्यालय) DG सेट को चलाकर अपनी बिजली की मांग को पूरा करते हैं। इसे पीक शेविंग कहते हैं, जिसका उद्देश्य बिजली बिल में कटौती करना होता है।
4. स्थिर बिजली गुणवत्ता सुनिश्चित करना (Ensuring Stable Power Quality)
- संवेदनशील उपकरणों की सुरक्षा: कार्यालयों और वाणिज्यिक स्थानों में कंप्यूटर, सर्वर, और उन्नत नेटवर्किंग उपकरण लगे होते हैं, जो वोल्टेज में उतार-चढ़ाव के प्रति बहुत संवेदनशील होते हैं। DG सेट एक स्थिर वोल्टेज और आवृत्ति प्रदान करता है, जो इन उपकरणों को नुकसान से बचाता है और उनके कुशल संचालन को सुनिश्चित करता है।
- स्वचालित नियंत्रण: वाणिज्यिक सेट अक्सर ऑटोमैटिक ट्रांसफर स्विच (ATS) के साथ आते हैं, जो बिजली कटने पर सेट को तुरंत (बिना किसी मानवीय हस्तक्षेप के) शुरू कर देते हैं।
वाणिज्यिक DG सेट का मुख्य उद्देश्य वित्तीय नुकसान को रोकना और उत्कृष्ट ग्राहक सेवा तथा कर्मचारी उत्पादकता को बनाए रखना है।
वाणिज्यिक डीजी सेट (Commercial DG Set) के कार्य बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करने और व्यावसायिक कार्यों को बिना रुकावट जारी रखने पर केंद्रित होते हैं।
ये सेट विशेष रूप से उन स्थानों के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं जहाँ बिजली की कटौती से सीधे तौर पर राजस्व का नुकसान, ग्राहक असुविधा, या महत्वपूर्ण डेटा हानि हो सकती है।
वाणिज्यिक डीजी सेट के मुख्य कार्य और उद्देश्य निम्नलिखित हैं:
1. आपातकालीन बैकअप बिजली (Emergency Backup Power)
यह वाणिज्यिक DG सेट का सबसे महत्वपूर्ण कार्य है।
- निर्बाध संचालन: मुख्य बिजली ग्रिड फेल होने पर यह स्वतः (Automatic) रूप से चालू हो जाता है ताकि व्यापारिक गतिविधियाँ (Business Operations) न रुकें।
-
महत्वपूर्ण प्रणालियों का समर्थन:
- ऑफिस और आईटी: सर्वर, कंप्यूटर, और नेटवर्किंग उपकरण को सुरक्षित रखना और डेटा हानि से बचाना।
- सुरक्षा और पहुँच: सुरक्षा प्रणालियों, सीसीटीवी, और इलेक्ट्रॉनिक एक्सेस गेट्स को चालू रखना।
- परिसर सुविधाएँ: लिफ्ट, आवश्यक प्रकाश व्यवस्था, और अग्निशमन पंप को शक्ति प्रदान करना।
2. लागत प्रबंधन (Cost Management and Peak Shaving)
- पीक शेविंग: जब बिजली की मांग अपने चरम पर होती है और ग्रिड से बिजली की दरें सबसे महंगी होती हैं, तो वाणिज्यिक प्रतिष्ठान (जैसे बड़े मॉल या होटल) DG सेट को चलाकर अपनी बिजली की ज़रूरतें पूरी करते हैं। इससे उनका मासिक बिजली बिल काफी कम हो जाता है।
- लोड शेडिंग से बचाव: बिजली विभाग द्वारा नियोजित कटौती (Load Shedding) के दौरान परिचालन को बनाए रखना ताकि उत्पादकता या सेवा में कोई बाधा न आए।
3. स्थिर बिजली की गुणवत्ता (Stable Power Quality)
- वोल्टेज संरक्षण: वाणिज्यिक सेट एक स्थिर और नियंत्रित वोल्टेज आउटपुट सुनिश्चित करते हैं। यह सुनिश्चित करता है कि कार्यालयों में लगे संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक उपकरण (जैसे प्रिंटर, स्कैनिंग मशीन, और सर्वर) ग्रिड की बिजली में होने वाले अचानक उतार-चढ़ाव से खराब न हों।
- सुरक्षित शटडाउन: DG सेट अक्सर यूपीएस (UPS) प्रणालियों के साथ मिलकर काम करते हैं ताकि बिजली जाने पर सिस्टम को क्रमबद्ध तरीके से बंद करने के लिए पर्याप्त समय मिल सके, जिससे डेटा करप्शन से बचा जा सके।
4. विशेष व्यावसायिक अनुप्रयोग
वाणिज्यिक DG सेट कई विशिष्ट व्यावसायिक क्षेत्रों के लिए अनिवार्य हैं:
- होटल और हॉस्पिटैलिटी: ग्राहकों की सुविधा के लिए AC, रोशनी, किचन उपकरण और जल आपूर्ति को 24/7 चालू रखना।
- खुदरा क्षेत्र (Retail): बड़े मॉल और सुपरमार्केट में POS सिस्टम (बिलिंग मशीन) और प्रशीतन इकाइयों (Refrigeration) को चालू रखना।
- बैंक और वित्तीय संस्थान: एटीएम, सर्वर और शाखाओं के बीच संचार नेटवर्क को लगातार बिजली देना।
संक्षेप में,
वाणिज्यिक डीजी सेट का कार्य लाभ-उन्मुख वातावरण में परिचालन दक्षता, ग्राहक संतुष्टि और महत्वपूर्ण प्रणालियों की सुरक्षा को बनाए रखना है।
वाणिज्यिक डीजी सेट (Commercial DG Set) के उपयोग विशेष रूप से उन व्यवसायों और सेवा-उन्मुख प्रतिष्ठानों पर केंद्रित होते हैं जहाँ बिजली कटौती से तत्काल वित्तीय हानि, ग्राहक असुविधा, या महत्वपूर्ण डेटा का नुकसान हो सकता है।
यहाँ वाणिज्यिक डीजी सेट के प्रमुख उपयोग दिए गए हैं:
1. आपातकालीन बैकअप पावर (Emergency Backup Power)
यह सबसे आम और महत्वपूर्ण उपयोग है। डीजी सेट मुख्य ग्रिड की विफलता के दौरान स्वचालित रूप से चालू हो जाते हैं।
- कॉर्पोरेट कार्यालय और आईटी सेक्टर: सर्वर, कंप्यूटर और नेटवर्किंग उपकरण को निरंतर बिजली देना, जिससे डेटा हानि और महत्वपूर्ण व्यापारिक बैठकों में रुकावट न हो।
- खुदरा (Retail) और शॉपिंग मॉल: बिलिंग सिस्टम (POS), लाइटिंग, सुरक्षा कैमरे और एस्केलेटर को चालू रखना ताकि बिक्री और ग्राहक सुरक्षा प्रभावित न हो।
- स्वास्थ्य सेवा (गैर-अस्पताल): पैथोलॉजी लैब, डायग्नोस्टिक सेंटर और क्लीनिक में संवेदनशील परीक्षण उपकरणों को बिजली देना।
2. आतिथ्य और सेवा उद्योग (Hospitality and Service Industry)
इस क्षेत्र में, निर्बाध बिजली सीधे ग्राहक संतुष्टि से जुड़ी होती है।
- होटल और रेस्टोरेंट: लिफ्ट, एयर कंडीशनिंग, रसोई के उपकरण, और प्रशीतन (Refrigeration) को चालू रखना। बिजली कटौती के दौरान मेहमानों को असुविधा से बचाना।
- सिनेमा हॉल और मनोरंजन केंद्र: शो के दौरान बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करना।
- बैंक और वित्तीय संस्थान: एटीएम, ऑनलाइन बैंकिंग सर्वर और सुरक्षा प्रणालियों को लगातार चालू रखना।
3. लागत प्रबंधन और पीक शेविंग (Cost Management and Peak Shaving)
- पीक लोडिंग में कमी: कुछ क्षेत्रों में, दिन के कुछ खास घंटों (पीक आवर्स) में ग्रिड से बिजली लेना बहुत महँगा होता है। वाणिज्यिक प्रतिष्ठान इस दौरान DG सेट का उपयोग करते हैं, जिससे उनके परिचालन की कुल लागत (Operating Cost) कम हो जाती है।
- लोड शेडिंग प्रबंधन: बिजली वितरण कंपनियों द्वारा नियोजित कटौती के समय सामान्य कामकाज को जारी रखना।
4. विशेष और दूरस्थ वाणिज्यिक अनुप्रयोग
- टेलीकॉम टावर: दूरदराज के स्थानों पर स्थित मोबाइल टावरों को लगातार बिजली प्रदान करना जहाँ ग्रिड विश्वसनीय नहीं है।
- निर्माण स्थल कार्यालय: बड़े निर्माण परियोजनाओं पर अस्थायी रूप से स्थापित साइट कार्यालयों को बिजली प्रदान करना।
- आउटडोर इवेंट्स: बड़े मेलों, संगीत समारोहों या अस्थायी व्यावसायिक प्रदर्शनियों के लिए मुख्य बिजली स्रोत के रूप में।
संक्षेप में,
वाणिज्यिक डीजी सेट का उपयोग राजस्व की सुरक्षा, ग्राहक सेवा की गुणवत्ता बनाए रखने और व्यापारिक स्थिरता के लिए एक विश्वसनीय बैकअप समाधान प्रदान करना है।
मूक डीजी सेट (Silent DG Set) ऐसे डीज़ल जनरेटर सेट होते हैं जिन्हें विशेष रूप से कम शोर उत्पन्न करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। इन्हें आमतौर पर एक खास तरह के ध्वनिरोधी आवरण (Soundproof Enclosure) या कैनोपी के अंदर रखा जाता है, ताकि जनरेटर के चलने पर होने वाला शोर बाहरी वातावरण में कम से कम फैले।
इन्हें हिंदी में साइलेंट डीज़ल जनरेटर भी कहा जाता है।
मूक डीजी सेट की मुख्य विशेषताएं
मूक डीजी सेट की डिजाइन और निर्माण में ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करने पर विशेष ध्यान दिया जाता है, जो उन्हें सामान्य खुले डीजी सेट से अलग करता है:
- ध्वनिरोधी कैनोपी (Soundproof Canopy): यह सेट का सबसे प्रमुख हिस्सा है। यह एक मजबूत धातु का बक्सा होता है जिसके अंदर जनरेटर सेट लगा होता है। इस कैनोपी की दीवारों पर ध्वनि-अवशोषित सामग्री (Sound-Absorbing Material) जैसे कि फोम या फाइबर ग्लास लगी होती है, जो इंजन के शोर को बाहर आने से रोकती है।
- कम शोर स्तर (Low Noise Level): ये जनरेटर CPCB (केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड) या अन्य स्थानीय नियामक निकायों द्वारा निर्धारित ध्वनि मानकों (आमतौर पर 75 dBA से नीचे, 1 मीटर की दूरी पर) का पालन करते हैं, जिससे वे रिहायशी और व्यावसायिक क्षेत्रों के लिए उपयुक्त हो जाते हैं।
- मौसम से सुरक्षा (Weather Protection): कैनोपी जनरेटर को बारिश, धूल और अन्य कठोर पर्यावरणीय तत्वों से भी बचाती है, जिससे इसकी जीवनकाल और विश्वसनीयता (Reliability) बढ़ जाती है।
- बेहतर वेंटिलेशन (Improved Ventilation): शोर कम करने के बावजूद, इंजन के गर्म होने से बचाने के लिए कैनोपी में विशेष रूप से डिज़ाइन किए गए इनलेट और आउटलेट वेंट होते हैं।
मूक डीजी सेट के फायदे (Benefits)
मूक डीजी सेट का उपयोग करने से कई महत्वपूर्ण लाभ होते हैं:
लाभ (Benefit) |
विवरण (Description) |
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शोर में कमी (Reduced Noise) |
सबसे बड़ा फायदा यह है कि ये शांत होते हैं, जिससे इन्हें अस्पतालों, होटलों, आवासीय परिसरों और स्कूलों जैसे संवेदनशील स्थानों पर स्थापित किया जा सकता है, जहाँ शोर एक बड़ी समस्या हो सकता है। |
नियामक अनुपालन (Regulatory Compliance) |
ये सेट अक्सर सरकारी शोर और उत्सर्जन मानकों का अनुपालन सुनिश्चित करते हैं, जिससे कानूनी समस्याओं से बचा जा सकता है। |
सुरक्षा और स्थायित्व (Safety & Durability) |
कैनोपी जनरेटर के आंतरिक घटकों को बाहरी क्षति और छेड़छाड़ से बचाती है। |
सौंदर्यशास्त्र (Aesthetics) |
एक साफ और कॉम्पैक्ट कैनोपी डीजी सेट के समग्र स्वरूप को बेहतर बनाती है, जो इसे शहरी स्थानों में लगाने के लिए अधिक आकर्षक बनाता है। |
आसान स्थापना (Easy Installation) |
ये सेट अक्सर पूरी तरह से असेंबल होकर आते हैं और इन्हें स्थापित करना आसान होता है। |
उपयोग (Applications)
मूक डीजी सेट की आवश्यकता उन सभी स्थानों पर होती है जहाँ बिजली का बैकअप चाहिए और शोर का स्तर कम रखना अनिवार्य है:
- व्यावसायिक प्रतिष्ठान: शॉपिंग मॉल, कार्यालय भवन, बैंक और रिटेल स्टोर।
- स्वास्थ्य सेवा: अस्पताल, क्लीनिक और नर्सिंग होम।
- आतिथ्य (Hospitality): होटल, रिसॉर्ट और रेस्तरां।
- शिक्षा: स्कूल, कॉलेज और पुस्तकालय।
- आवासीय सोसायटी: बड़ी इमारतों या गेटेड समुदायों के लिए।
मूक डीजी सेट (Silent DG Set) का निर्माण सामान्य डीजी सेट के निर्माण प्रक्रिया के समान ही होता है, लेकिन इसमें ध्वनि को कम करने वाले विशेष आवरण (Acoustic Enclosure) और वेंटिलेशन प्रणाली को जोड़ना मुख्य चरण होता है।
यह साइलेंट सेट को आवासीय, वाणिज्यिक या शहरी क्षेत्रों में उपयोग के लिए उपयुक्त बनाता है जहाँ शोर प्रदूषण एक समस्या है।
मूक डीजी सेट के निर्माण के मुख्य चरण निम्नलिखित हैं:
1. मुख्य घटक असेंबली (Core Component Assembly)
सबसे पहले, सामान्य डीजी सेट के बुनियादी घटकों को असेंबल किया जाता है:
- इंजन और अल्टरनेटर का चयन: सेट की बिजली की आवश्यकता (kVA/kW) के अनुसार डीजल इंजन और अल्टरनेटर का चयन किया जाता है।
- बेस फ्रेम पर स्थापना: इंजन और अल्टरनेटर को एक साथ जोड़ा जाता है (कपलिंग) और एक मजबूत बेस फ्रेम (या स्किड) पर स्थापित किया जाता है। ईंधन टैंक अक्सर इसी बेस फ्रेम में एकीकृत होता है।
- नियंत्रण पैनल: स्वचालित नियंत्रण पैनल (Control Panel) को फ्रेम पर लगाया जाता है, जिसमें इंजन को शुरू करने, वोल्टेज/आवृत्ति को नियंत्रित करने और सुरक्षा अलार्म के लिए आवश्यक उपकरण होते हैं।
- सहायक प्रणालियाँ: रेडिएटर (कूलिंग), ईंधन लाइनें और तेल प्रणाली को जोड़ा जाता है।
2. ध्वनिरोधी आवरण (Acoustic Enclosure) का निर्माण
यह मूक डीजी सेट के निर्माण का सबसे महत्वपूर्ण चरण है।
- कैनोपी (Canopy) फैब्रिकेशन: स्टील या एल्यूमीनियम की चादरों का उपयोग करके एक मजबूत, मौसम-रोधी आवरण या कैनोपी का निर्माण किया जाता है। इस आवरण को कंपनों (Vibrations) को कम करने के लिए डिज़ाइन किया जाता है।
- ध्वनिरोधी सामग्री: कैनोपी की भीतरी दीवारों पर उच्च घनत्व वाली ध्वनिरोधी सामग्री (जैसे रॉक वूल, ग्लास वूल या विशेष फोम) की मोटी परतें लगाई जाती हैं। ये सामग्री इंजन से उत्पन्न होने वाली आवाज़ को अवशोषित (Absorb) करती हैं।
- एंटी-वाइब्रेशन माउंट्स (Anti-Vibration Mounts): इंजन और अल्टरनेटर को बेस फ्रेम से जोड़ने के लिए विशेष कंपन-अवशोषक माउंट का उपयोग किया जाता है। ये माउंट इंजन के चलने से होने वाले यांत्रिक कंपनों को आवरण और ज़मीन तक जाने से रोकते हैं।
3. मूक निकास और वेंटिलेशन प्रणाली (Silent Exhaust and Ventilation System)
शोर को कम करने और सेट को ठंडा रखने के लिए विशेष डिज़ाइन का उपयोग किया जाता है:
- साइलेंट मफलर (Silencer): इंजन के निकास पाइप पर एक उच्च प्रदर्शन वाला औद्योगिक-ग्रेड मफलर (मल्टी-चेंबर साइलेंसर) लगाया जाता है। यह मफलर निकास गैसों की आवाज़ को उल्लेखनीय रूप से कम करता है।
- शोर-नियंत्रित वेंटिलेशन: सेट के अंदर की गर्म हवा को बाहर निकालने और ताजी हवा को अंदर लेने के लिए कैनोपी में वेंटिलेशन के रास्ते बनाए जाते हैं। इन रास्तों में ध्वनि अवरोधक (Sound Baffles) लगाए जाते हैं। ये बैफल हवा को तो गुजरने देते हैं, लेकिन आवाज़ को सीधे बाहर निकलने से रोकते हैं, जिससे शोर का स्तर (Decibel Level) कम रहता है।
- प्रवेश द्वार: सेवा और रखरखाव के लिए डिज़ाइन किए गए दरवाजों को ध्वनिरोधी गास्केट और मजबूत लॉकिंग तंत्र के साथ फिट किया जाता है ताकि कोई भी गैप न बचे जहाँ से आवाज़ लीक हो सके।
4. अंतिम परीक्षण और प्रमाणन (Final Testing and Certification)
पूरी असेंबली के बाद, सेट का प्रदर्शन और शोर स्तर मापा जाता है:
- लोड परीक्षण: सेट को उसकी पूर्ण क्षमता पर चलाकर यह सुनिश्चित किया जाता है कि वह स्थिर बिजली आउटपुट दे रहा है।
- शोर स्तर मापन (Noise Level Measurement): ध्वनि मीटर का उपयोग करके, निर्दिष्ट दूरी (जैसे 1 मीटर) पर सेट के शोर स्तर को मापा जाता है। वाणिज्यिक/आवासीय उपयोग के लिए, यह स्तर आमतौर पर लगभग 65-75 dB(A) की सीमा के भीतर रखा जाता है।
- प्रदूषण और सुरक्षा प्रमाणन: सेट को पर्यावरणीय नियमों और सुरक्षा मानकों (जैसे CPCB/ISO मानक) के अनुसार प्रमाणित किया जाता है।
इन चरणों के माध्यम से,
एक शक्तिशाली डीजी सेट को ध्वनि-नियंत्रित वातावरण में उपयोग के लिए एक मूक (साइलेंट) इकाई में बदल दिया जाता है।
साइलेंट डीजी सेट (Silent DG Set) का मुख्य कार्य बिजली की निरंतर आपूर्ति करना, लेकिन साथ ही ध्वनि प्रदूषण को कम करना है। तकनीकी रूप से, इसका विद्युत कार्य एक सामान्य डीजी सेट के समान ही होता है, लेकिन इसका मुख्य अतिरिक्त कार्य शांत वातावरण बनाए रखना है।
साइलेंट डीजी सेट के मुख्य कार्य (Core Functions)
साइलेंट डीजी सेट दोहरे उद्देश्य की पूर्ति करता है:
1. बिजली उत्पादन और निरंतरता (Power Generation and Continuity)
यह किसी भी डीजी सेट का प्राथमिक कार्य है:
- स्टैंडबाय पावर: मुख्य बिजली ग्रिड फेल होने पर यह स्वचालित रूप से (Automatically) चालू हो जाता है और बिजली आपूर्ति शुरू कर देता है।
- बिजनेस कंटिन्यूटी: अस्पतालों, डेटा केंद्रों, कॉर्पोरेट कार्यालयों, या विनिर्माण इकाइयों में बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना।
- प्राइम पावर: ऐसे दूरस्थ स्थानों पर मुख्य बिजली स्रोत के रूप में कार्य करना जहाँ ग्रिड उपलब्ध नहीं है।
2. ध्वनि प्रदूषण को नियंत्रित करना (Controlling Noise Pollution)
यह साइलेंट डीजी सेट का विशिष्ट कार्य है:
- शोर अलगाव (Noise Isolation): डीजी सेट के इंजन और अल्टरनेटर से उत्पन्न होने वाली तीव्र ध्वनि को ध्वनिरोधी आवरण (Acoustic Enclosure) के भीतर सीमित करना।
- कंपन अवशोषण: विशेष एंटी-वाइब्रेशन माउंट्स का उपयोग करके इंजन के चलने से होने वाले यांत्रिक कंपनों को अवशोषित करना और उन्हें ज़मीन या आवरण में फैलने से रोकना।
- एग्जॉस्ट नॉइज़ में कमी: उच्च-प्रदर्शन वाले मफलर (साइलेंसर) का उपयोग करके निकास गैसों की आवाज़ को उल्लेखनीय रूप से कम करना।
साइलेंट डीजी सेट के उपयोग के विशिष्ट लाभ
मूक डीजी सेट को उन स्थानों के लिए प्राथमिकता दी जाती है जहाँ शोर के स्तर को नियंत्रित करना कानूनी या परिचालन रूप से अनिवार्य होता है।
क्षेत्र |
लाभ/कार्य |
---|---|
आवासीय परिसर |
पड़ोसियों को परेशानी दिए बिना घरों और साझा सुविधाओं (जैसे लिफ्ट) को बैकअप बिजली देना। |
अस्पताल |
संवेदनशील और शांत वातावरण को बनाए रखते हुए जीवन रक्षक उपकरणों के लिए बिजली की निरंतर आपूर्ति सुनिश्चित करना। |
स्कूल और शैक्षणिक संस्थान |
कक्षा और परीक्षा के समय ध्वनि प्रदूषण के बिना बिजली प्रदान करना। |
शहरी वाणिज्यिक भवन |
ध्वनि नियमों (Noise Norms) का अनुपालन करते हुए डेटा केंद्रों, होटलों और मॉल में बिजली की आपूर्ति करना। |
बाहरी इवेंट्स/शूटिंग |
शोर-मुक्त वातावरण सुनिश्चित करते हुए इवेंट लाइटिंग और साउंड सिस्टम को पावर देना। |
साइलेंट डीजी सेट का मुख्य कार्य बिजली देने के साथ-साथ यह सुनिश्चित करना है कि सेट का शोर स्तर निर्धारित कानूनी सीमा (उदाहरण के लिए, 1 मीटर की दूरी पर 75 dB(A) से कम) के भीतर रहे।
मूक डीजी सेट (Silent DG Set) का मुख्य कार्य बिजली की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करना है, लेकिन एक महत्वपूर्ण शर्त के साथ: कम से कम ध्वनि प्रदूषण पैदा करना।
संक्षेप में,
इसका कार्य सामान्य डीजी सेट के विद्युत कार्यों को ध्वनि नियंत्रण (Noise Control) के अतिरिक्त कार्य के साथ जोड़ना है।
मूक डीजी सेट के दोहरे कार्य (Dual Functions)
साइलेंट डीजी सेट के कार्य को दो मुख्य श्रेणियों में बाँटा जा सकता है:
1. विद्युत कार्य (Electrical Function)
यह किसी भी डीजी सेट का प्राथमिक उद्देश्य होता है:
- आपातकालीन बैकअप: जब मुख्य बिजली ग्रिड फेल हो जाता है, तो यह स्वचालित रूप से (Automatic Transfer Switch - ATS के माध्यम से) चालू होता है और बिजली आपूर्ति शुरू करता है।
- बिजनेस कंटिन्यूटी: अस्पतालों, डेटा केंद्रों, बैंकों, या कारखानों में महत्वपूर्ण प्रणालियों (Critical Systems) को लगातार बिजली देकर परिचालन (Operations) को जारी रखना।
- स्थिर वोल्टेज आपूर्ति: लोड में उतार-चढ़ाव के बावजूद स्थिर वोल्टेज और आवृत्ति बनाए रखना, जिससे संवेदनशील उपकरण (जैसे कंप्यूटर, सर्वर) सुरक्षित रहें।
- प्राइम पावर: दूरदराज के स्थानों या बाहरी कार्यक्रमों (Outdoor Events) के लिए मुख्य बिजली स्रोत के रूप में कार्य करना।
2. ध्वनि नियंत्रण कार्य (Noise Control Function)
यह मूक डीजी सेट का विशिष्ट और सबसे महत्वपूर्ण कार्य है:
- शोर अलगाव (Noise Isolation): इंजन, अल्टरनेटर और अन्य यांत्रिक भागों द्वारा उत्पन्न होने वाली तेज आवाज़ को विशेष ध्वनिरोधी आवरण (Acoustic Enclosure) के भीतर सीमित करना।
- कंपन अवशोषण: एंटी-वाइब्रेशन माउंट्स का उपयोग करके यांत्रिक कंपनों को अवशोषित करना, ताकि कंपन्न से उत्पन्न होने वाला शोर बेस फ्रेम और ज़मीन में न फैले।
- निकास शोर में कमी: उच्च-प्रदर्शन वाले मफलर (साइलेंसर) का उपयोग करके इंजन के निकास (Exhaust) से निकलने वाली विस्फोटक आवाज़ को कानूनी सीमा के भीतर लाना।
- वेंटिलेशन प्रबंधन: सेट को ठंडा रखने के लिए ध्वनि अवरोधक बैफल (Sound Baffles) वाले विशेष वेंटिलेशन मार्ग प्रदान करना, जो गर्म हवा को बाहर निकालते हैं लेकिन शोर को सीधे बाहर निकलने से रोकते हैं।
मूक सेट का विशिष्ट उपयोग (Specific Application Benefit)
साइलेंट डीजी सेट का कार्य इसे शहरी और आवासीय क्षेत्रों में उपयोग के लिए अनिवार्य बनाता है, जहाँ शोर प्रदूषण नियम सख्त होते हैं:
- आवासीय और अपार्टमेंट: रात के समय या दिन के दौरान कम ध्वनि में बैकअप बिजली प्रदान करना, ताकि निवासियों को असुविधा न हो।
- अस्पताल और स्कूल: शांत वातावरण बनाए रखते हुए महत्वपूर्ण स्वास्थ्य और शिक्षण कार्यों को बिजली देना।
- शहरी व्यावसायिक क्षेत्र: ध्वनि नियमों का अनुपालन करते हुए मॉल, होटल, और कॉर्पोरेट कार्यालयों में बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित करना।
संक्षेप में,
मूक डीजी सेट का कार्य है: "जब बिजली जाए, तो बिजली आए, लेकिन शोर न आए।"
साइलेंट डीजी सेट (Silent DG Set) का उपयोग उन सभी स्थानों पर किया जाता है जहाँ बिजली की निर्बाध आपूर्ति आवश्यक है, लेकिन साथ ही शोर का स्तर कम रखना भी अनिवार्य है।
ये सेट विशेष रूप से शोर-संवेदनशील वातावरणों के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं। साइलेंट डीजी सेट के प्रमुख उपयोग निम्नलिखित हैं:
1. आवासीय और शहरी क्षेत्र (Residential and Urban Areas)
शहरों, घनी आबादी वाले मोहल्लों और अपार्टमेंट कॉम्प्लेक्स में इनका उपयोग सबसे आम है, जहाँ शोर नियंत्रण के सख्त नियम होते हैं।
- आवासीय परिसर: घरों, लिफ्ट, और सामान्य सुविधाओं (Common Areas) को बैकअप बिजली देना, ताकि पड़ोसियों को शोर से परेशानी न हो।
- होटल और रिसॉर्ट: मेहमानों के आराम और शांति को बनाए रखते हुए वातानुकूलन (AC), लाइटिंग, और रसोई उपकरणों को लगातार बिजली देना।
2. महत्वपूर्ण सेवा क्षेत्र (Critical Service Sectors)
इन स्थानों पर, शांत वातावरण परिचालन की सफलता के लिए आवश्यक होता है।
- अस्पताल और क्लीनिक: ऑपरेशन थिएटर, ICU, और जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरणों को बिजली देना, जहाँ डीजी सेट का शोर रोगियों और कर्मचारियों को विचलित कर सकता है।
- शैक्षणिक संस्थान: स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में परीक्षा हॉल या कक्षाओं को बिजली देना, ताकि शिक्षण और सीखने की प्रक्रिया में कोई बाधा न आए।
- डेटा सेंटर और सर्वर रूम: महत्वपूर्ण डेटा की सुरक्षा के लिए शांत और स्थिर बिजली प्रदान करना, क्योंकि अत्यधिक कंपन भी संवेदनशील इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को प्रभावित कर सकता है।
3. वाणिज्यिक और कॉर्पोरेट उपयोग (Commercial and Corporate Use)
शोर-नियंत्रित वाणिज्यिक इमारतों और लाभ-उन्मुख व्यवसायों में इनका उपयोग अनिवार्य है।
- कॉर्पोरेट कार्यालय: कार्यालयों में कर्मचारियों की उत्पादकता बनाए रखने और शांत कामकाजी माहौल सुनिश्चित करने के लिए।
- मॉल और रिटेल आउटलेट: ग्राहकों की सुविधा के लिए लाइटिंग, लिफ्ट, और बिलिंग सिस्टम को चालू रखना, बिना तेज शोर पैदा किए।
- बैंक और वित्तीय संस्थान: सुरक्षा और आईटी प्रणालियों को चुपचाप बिजली देना।
4. विशेष और बाहरी अनुप्रयोग (Special and Outdoor Applications)
- फिल्म और इवेंट प्रोडक्शन: फिल्मों की शूटिंग, आउटडोर कार्यक्रमों, या संगीत समारोहों के लिए बिजली प्रदान करना, जहाँ ध्वनि रिकॉर्डिंग के दौरान पृष्ठभूमि का शोर (Background Noise) अस्वीकार्य होता है।
- मोबाइल टावर और दूरस्थ संचार: दूरदराज के क्षेत्रों में कम शोर के साथ दूरसंचार टावरों (Telecom Towers) को निरंतर बिजली आपूर्ति करना, खासकर जहाँ उपकरण मानव बस्तियों के करीब लगे होते हैं।
- निर्माण स्थल (शहरी): शहरी क्षेत्रों में उन निर्माण स्थलों पर काम करने के लिए, जहाँ दिन या रात में शोर के स्तर पर स्थानीय सरकारी प्रतिबंध लागू होते हैं।
साइलेंट डीजी सेट का उपयोग करके,
संगठन और व्यक्ति दोनों ही शोर प्रदूषण के नियमों का पालन करते हुए विश्वसनीय बैकअप बिजली का लाभ उठा सकते हैं।
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